पंचकूला: उत्तर भारत समेत हरियाणा में हो रही बारिश का असर अब नदियों में भी देखने को मिल रहा है. नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. अब खबर मिली है कि पंचकूला कौशल्या डैम में पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया. जिसके बाद कौशल्या डैम दो गेट खोल कर 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. बता दें कि कौशल्या डैम की अधिकतम पानी स्टोरेज की क्षमता 478 मीटर है.
यदि पानी का स्तर इस लेवल तक पहुंचता है तो कौशल्या डैम प्रबंधन अधिक पानी को छोड़ना शुरू कर देता है. बीते दिनों से क्षेत्र सहित पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के चलते कौशल्या डैम का जलस्तर बढ़कर अधिकतम सीमा तक पहुंच गया. जिसके कारण शनिवार देर शाम कौशल्या डैम के दो गेट खोलकर पानी को छोड़ा गया. पानी छोड़ने से पहले प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई थी.
इसके अलावा गेट खोलने से 2 घंटे पहले कौशल्या डैम के आसपास रहने वाले लोगों को सायरन बजाकर सचेत भी किया गया. बता दें कि इस बार मानसून में हथनीकुंड बैराज से नहरों में पानी छोड़ने के लिए भी नया फैसला किया गया है. अब हरियाणा और उत्तर प्रदेश की नहरों के लिए की जाने वाली पानी की सप्लाई को बैराज में 1 लाख क्यूसेक पानी आने के बाद ही रोका जाएगा. पहले ये सप्लाई 70 हजार क्युसेक पानी आने पर ही बंद कर दी जाती थी.