पंचकूला: भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर बीएमएस (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) से संबंधित कई विभागों के कर्मचारियों ने पंचकूला में प्रदर्शन किया. सुबह से हरियाणा भर से विभिन्न विभागों के कर्मचारी पंचकूला सेक्टर 5 धरना स्थल पर इक्टठा हुए. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास के घेराव की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. इस बीच पुलिस कर्मियों और कर्मचारियों के बीच धक्का मुक्की देखने को मिली. जिसके चलते तनाव की स्थिति बनी रही.
क्या हैं मांगें? सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए. खाली पदों पर नियमित भर्ती की जाए. कौशल रोजगार निगम के कर्मचारियों का पूरे वेतन पर ईपीएफ जमा किया जाए. निजीकरण, आउटसोर्सिंग, फ्रेंचाइजी, वर्क ऑर्डर पर रोक लगाई जाए. सभी कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. श्रम कानून का दृढ़ता से पालन हो, एफडीआई पर रोक लगनी चाहिए. वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर किया जाए. महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर रोक लगे और नई पेंशन नीति पर सार्वजनिक चर्चा हो.
इससे पहले सरपंचों ने ई टेंडरिंग के विरोध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास के घेराव की कोशिश की थी. तब भी हरियाणा पुलिस ने सरंपचों को बैरिकेड्स लगाकर रास्ते में ही रोक लिया था. इस दौरान सरपंचों और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली. जिसके बाद पुलिस ने सरपंचों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया. इसके बाद सरपंच पक्का धरना लगाकर बैठ गए थे. हाई कोर्ट के आदेश के बाद सरपंचों को पंचकूला चंडीगढ़ मार्ग खाली करना पड़ा था. हालांकि अभी तक सरपंचों और सरकार के बीच ई टेंडरिंग पर कोई समाधान नहीं निकल पाया है.