पंचकूला: आज यानी 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पहले चरण के कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है. पूरे देश में एक साथ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसके लिए कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.
पंचकूला में भी कोविड-19 टीकाकरण का अभियान शुरू हुआ. पंचकूला की एक स्वास्थ्य कर्मी सरोज बाला को सबसे पहले कोविड-19 वैक्सीन लगाई गई. कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद सरोज बाला ने कहा कि वह वैक्सीन लगने से पहले अच्छा महसूस कर रही थी और वैक्सीन लगने के बाद भी वो अच्छा महसूस कर रही है. साइडइफैक्ट के डर के चलते उनकी बेटी ने वैक्सीन लगवाने के लिए मना किया था. इसके बाद भी उन्होंने ये टीका लगवाया.
स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा ने कहा कि सबसे पहला कोरोना वैक्सीन का टीका हेल्थ एंड सैनिटेशन वर्कर को लगाया गया है और इसी प्रकार से सरकारी डॉक्टरों को इंजेक्शन लगाया गया है जिसमें एडिशनल डायरेक्टर और डायरेक्टर हेल्थ शामिल रहे.
राजीव अरोड़ा ने बताया कि सीनियर डॉक्टर्स द्वारा इंजेक्शन लगवाए जाने का एक ही मात्र उद्देश्य था कि इससे एक अच्छा मैसेज लोगों के बीच में जाये. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन का ये टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है. राजीव अरोड़ा ने बताया कि जिस जिस को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है उसे आधे घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन में रखा जा रहा है और यदि किसी को किसी प्रकार का रिएक्शन नजर आता है तो ऐसे व्यक्ति को डील किया जाता है.
ये भी पढे़ं- गुरुग्राम: मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहान ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
उन्होंने बताया कि जिस किसी को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है उन सभी का टेलीफोन नंबर, आईडी कार्ड स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध है और यदि किसी भी व्यक्ति को कोई दिक्कत आती है तो उसे हमेशा निगरानी में रखा जाएगा.