पंचकूला: हरियाणा के विपक्षी दल कांग्रेस ने बरोदा के बाद अब नगर निगम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने अंबाला और पंचकूला नगर निगम के लिए समन्वय समितियों का गठन कर दिया है. हालांकि प्रदेश में पानीपत नगर निगम में भी चुनाव होने हैं, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने भूपेंद्र हुड्डा का क्षेत्र होने के नाते पानीपत निगम के लिए अभी किसी प्रकार की कमेटी का गठन नहीं किया है.
कांग्रेस पार्टी में इस बात को लेकर फिर से मंथन शुरू हो गया है कि हरियाणा में होने वाले निगम चुनाव को पार्टी चुनाव चिन्ह पर ही लड़ा जाए, क्योंकि इस बार मेयर पद के चुनाव सीधे होने जा रहे हैं और एक मेयर को वोट प्रतिशत के अनुसार विधायक के समकक्ष माना जाता है.
स्थानीय नेताओं की रिपोर्ट बनाएंगी कमेटियां
कुमारी सैलजा की तरफ से बनाई गईं ये कमेटियां स्थानीय नेताओं और वर्करों से विचार-विमर्श करके सैलजा को अपनी रिपोर्ट देंगे. दोनों ही निगमों के लिए बनाई गई एडवाइजरी कमेटी का चेयरमैन पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामकिशन गुर्जर को बनाया गया है.
कांग्रेस पार्टी की तैयारी पूरी है- रंजीता मेहता
कांग्रेस की प्रवक्ता रंजीता मेहता ने कहा कि कॉर्पोरेशन चुनाव और मेयर चुनाव को लेकर कांग्रेस की पूरी तैयारी है. रंजीता मेहता ने कहा कि कांग्रेस इस बार चुनाव, पार्टी के सिंबल और उम्मीदवार के चेहरे पर लड़ेगी. उन्होंने कहा कि हाल ही में बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी को लोगों ने जो प्यार दिया है उसी तरीके से अम्बाला, पंचकूला, सोनीपत में होने वाले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पार्टी की ही जीत होगी. क्योंकि आज के दिन लोग बीजेपी से बहुत नाराज है.
रंजीता मेहता ने बताया कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा से सभी कार्यकर्ताओं ने गुहार लगाई थी कि इस बार कांग्रेस पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़े, क्योंकि निश्चित तौर पर चुनाव चिन्ह का फायदा उम्मीदवार को मिलता है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर कांग्रेस यदि अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी तो ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवार को ना केवल जनता का प्यार मिलेगा बल्कि कैंडिडेट को चिन्ह पर लड़ने पर मजबूती भी मिलेगी. रंजीता नेता ने कहा कि पंचकूला में कांग्रेस की स्थिति इतनी मजबूत है कि यदि कांग्रेस किसी भी कार्यकर्ता को टिकट दे, निश्चित तौर पर कॉर्पोरेशन और मेयर चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार जीतेगा.
कांग्रेस जनता का भरोसा खो चुकी है- अत्रे
वहीं कांग्रेस की तरफ से सिम्बल पर चुनाव लड़ने के फैसले पर बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण अत्रे ने कहा कि कांग्रेस वो राजनीतिक दल है जो प्रदेश और देश की जनता का भरोसा खो चुका है. उन्होंने कहा कि आज जनता कांग्रेस पर विश्वास नहीं करती, क्योंकि कांग्रेस की नीतियों की वजह से 10 साल के यूपीए सरकार के दौरान और 10 साल हरियाणा में कांग्रेस के कार्यकाल को जनता ने भुगता है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नगर निगम का चुनाव चाहे चुनाव चिन्ह पर लड़े या ना लड़े इससे पंचकूला की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ने वाला. उन्होंने कहा कि पंचकूला कॉर्पोरेशन चुनाव के अंदर कांग्रेस का कोई खाता नहीं खोलने वाला और जहां तक बीजेपी में टिकट मिलने का सवाल है तो टिकट देने का निर्णय पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करता है.
लगता नहीं है कांग्रेस सिंबल पर लड़ेगी- गुर्जर
कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने के फैसले पर वन और शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने चुटकी ली. मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने कहा कि बीजेपी बहुत लंबे अपने सिंबल पर चुनाव लड़ती आ रहे है, लेकिन कांग्रेस कभी-कभी पाठ पर हाथ मार लेती है. उन्होंने कहा कि उन्हें आज तक ध्यान नहीं है कि कभी कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा हो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऐसा लगता है कि यदि कोई भी उम्मीदवार जीत कर आ जाएगा तो वे उसे ही अपनी पार्टी का बता देंगे कि वह उम्मीदवार कांग्रेसी था. कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि बिहार का चुनाव कांग्रेस ने देख लिया है. ऐसे में उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेगी.
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