पंचकूला: बुधवार को पंचकूला में अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. पंचकूला सेक्टर 5 स्थित यवनिका पार्क से हजारों की संख्या में आशा वर्कर्स चंडीगढ़ स्थित हरियाणा विधानसभा की ओर कूच किया. हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. वहीं आशा वर्कर्स के प्रदर्शन को देखते हुए पंचकूला प्रशासन द्वारा जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.
अपनी मांगों को लेकर जब आशा वर्कर्स पंचकूला-चंडीगढ़ बॉर्डर पर पहुंची. तो चंडीगढ़ और पंचकूला पुलिस ने बैरिकेटिंग कर आशा वर्कर्स को आगे बढ़ने से रोक दिया. जिसके बाद आशा वर्कर्स और चंडीगढ़ पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई.
क्या है आशा वर्कर्स की मांगें?
दरअसल पिछले 7 अगस्त से आशा वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं. आशा वर्कर्स की मांग है कि उन्हें बेहतर सुरक्षा उपकरण दिया जाए. कोरोना काल में ड्यूटी करते समय आ रही समस्याओं का समाधान किया जाए. वहीं सरकार द्वारा काटी गई उनकी प्रोत्साहन राशी को वापस दिया जाए. वहीं केंद्र द्वारा मिलने वाली कोविड प्रोत्साहन राशि का हरियाणा सरकार को शेयर देने की व्यवस्था खत्म किया जाए और उन्हें न्यूनतम वेतन भी दिया जाए.
इन्हीं सब मांगों को लेकर आशा वर्कर्स सरकार के खिलाफ पिछले लगभग 20 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रही हैं. आशा वर्कर्स का कहना है कि एक तो वो कोरोना काल में अगली पंक्ति में खड़ी रहकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद कर रही हैं. वहीं सरकार उनकी मजदूरी भी काट रही है.
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