पंचकूला: गुरुवार को पंचकूला में आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया. आशा वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने बताया कि आशा वर्कर्स की हड़ताल 7 अगस्त से पूरे हरियाणा में चल रही है, लेकिन अभी तक सरकार का कोई नुमाइंदा उनके पास नहीं आया है. इसलिए उनका हड़ताल जारी रहेगा.
आशा वर्कर्स यूनियन की राज्य सचिव सुनीता ने बताया कि साल 2018 में आशा वर्कर्स का सरकार के साथ समझौता हुआ था. जिसमें सरकार ने आशा वर्कर्स के फिक्स मानदेय में कुछ बढ़ोतरी की थी.
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का 50 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा सरकार को देना होता है, लेकिन फिक्स मानदेय में जब सरकार ने बढ़ोतरी की. तो सरकार ने उस 50 प्रतिशत राशि को भी काट लिया. उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत राशि काटने का विरोध आशा वर्कर्स कर रही हैं. सरकार के इस फैसले से आशा वर्कर्स को आर्थिक नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में सरकार को बार बार पत्र लिख कर आगाह किया गया है, लेकिन सरकार ने उनकी बात आज तक नहीं सुनी. जिसके चलते आशा वर्कर्स प्रदर्शन करने को मजबूर हुई हैं.
आशा वर्कर्स यूनियन की राज्य सचिव सुनिता ने कहा कि शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री के निवास स्थान पर 5 जिलों की आशा वर्कर्स इकठ्ठा होकर प्रदर्शन करेंगी और स्वास्थ्य मंत्री के घर का घेराव करेंगी. उन्होंने कहा कि आशा वर्कर्स सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. शुक्रवार को आशा वर्कर्स अंबाला में सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई की घोषणा करेंगी.
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