करनाल: देश में कृषि विशेषज्ञों के द्वारा नए-नए आविष्कार किया जा रहे हैं. किसानों के लिए खेती करने के लिए नए कृषि यंत्र भी बनाए जा रहे हैं, जिससे किसान स्मार्ट खेती कर अच्छा उत्पादन ले सके. अब कृषि विभाग ड्रोन से खेती करने पर काम कर रहा है. हरियाणा सरकार भी अब ड्रोन की खेती पर काफी जोर दे रही है, क्योंकि मौजूदा समय में नैनो डीएपी, नैनो यूरिया खाद सहित अन्य तरल दवाइयों का छिड़काव ड्रोन के जरिए किए जाने लगा है. जहां किसानों को समय की बचत होती है तो वहीं, पैसा भी कम खर्च होता है, जिससे किसान स्मार्ट खेती कर रहे हैं. ड्रोन पायलट बनने के लिए अब कृषि विभाग युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है.
कब तक करें आवेदन और क्या है जरूरी दस्तावेज : जिला कृषि उपनिदेशक करनाल डॉ. वजीर सिंह ने बताया ड्रोन को अब बड़े स्तर पर प्रयोग में लाने के लिए कृषि विभाग काम कर रहा है. उसी के चलते खेती में ड्रोन को शामिल किया गया है और किसान-युवाओं को इसको चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ड्रोन पायलट बनने के लिए 20 जनवरी 2025 से लेकर 5 फरवरी 2025 तक विभाग के पोर्टल www.agriharyana.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि इसके लिए दसवीं की मार्कशीट और आधार कार्ड समेत अन्य कई दस्तावेजों की जरूरत होती है. आवेदन करने वाले के पास पी.पी.पी. आई-डी/वैध पासपोर्ट होना चाहिए.
प्रदेश में बनाए जाएंगे 509 ड्रोन पायलट : पूरे प्रदेश में कृषि विभाग के द्वारा 500 ड्रोन पायलट बनाए जाएंगे. इसके लिए फ्री में प्रशिक्षण दिया जाएगा. अभी तक एक चरण के तहत 276 किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. अभी 224 किसानों को प्रशिक्षण देना बाकी है, जिनके लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है. प्रशिक्षण देने के लिए कोई भी फीस तय नहीं की गई है, जो भी इच्छुक प्रगतिशील किसान और युवा इसका प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, वो आवेदन कर सकते हैं.
योग्यता अनुसार होगा चयन : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक वजीर सिंह ने बताया कि ड्रोन पायलट बनने के लिए कुछ नियम और शर्तें लागू की गई है, जिनके आधार पर ही प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी का चयन योग्यता अनुसार होगा.
- प्रशिक्षण के लिए किसान या युवा 18-30 आयु वर्ग का हो. इसके लिए विभाग की तरफ से आवेदनकर्ता को 25 नम्बर दिए जायेंगे.
- आवेदन करने वाले व्यक्ति की शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास होनी चाहिए. इसके लिए उसको 40 नम्बर दिए जायेंगे.
- इसके साथ कस्टम हायरिंग सेन्टर/ एफ.पी.ओ. का अगर उसके पास अनुभव है, उसके आवेदन करने वाले को दस नम्बर दिये जाएंगे.
- साथ ही कृषि कार्य में अनुभव के लिये भी 4 कैटेगरी भी बनाई गई है, जिसमें कुल 25 नम्बर रखे गये है.
- अभ्यर्थी के पास पी.पी.पी. आई-डी/वैध पासपोर्ट अनिवार्य रूप से होना चाहिए.
- इन सभी के साथ वह आवेदन कर सकता है और फ्री में ड्रोन पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण ले सकता है.
स्मार्ट खेती के साथ रोजगार होंगे स्थापित : उप कृषि निदेशक ने बताया कि ड्रोन को एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है, जिसका भविष्य में कृषि के क्षेत्र में काफी स्कोप होने वाला है. इसी के चलते किसानों और युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ड्रोन से स्प्रे करने पर जहां पैसे और समय की बचत होती है तो वहीं यहां से ड्रोन पायलट बनने के बाद वह अपना खुद का काम भी शुरू कर सकता है और अपना रोजगार स्थापित कर सकता है. अगर फिर भी किसी को किसी प्रकार की कुछ समस्या है तो वह जिला कृषि अधिकारी या ब्लॉक स्तर पर कृषि अधिकारी से संपर्क करके इसके बारे में पूरी जानकारी ले सकता है और आवेदन कर सकता है.
इसे भी पढ़ें : हरियाणा के भूमिहीन परिवारों के लिए खुशखबरी,100-100 गज के प्लॉट देगी सरकार, मकान बनाने के लिए भी मिलेगा पैसा