पंचकूला: सोमवार को चंडीगढ़ में विधायकों की प्री-बजट मीटिंग हुई. इस मीटिंग में प्रदेश के सभी विधायक शामिल हुए. इस बैठक के बाद इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने बैठक पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि बड़ी हैरानी की बात है, किसी भी विधायक को 2 मिनट से ज्यादा का समय नहीं दिया गया. 5 मिनट का समय तय किया गया था, लेकिन कोई बोले उससे पहले उसे चुप करवा दिया जाता है.
विज ने अभय चौटाला को बताया नासमझ
अभय चौटाला के आरोपों पर तंज कसते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नासमझ लोग ऐसी बात कह सकते हैं. सरकार इस प्रकार के काम नहीं करती है. सरकार बजट में जितने भी सुझाव ले सकती है लेगी. जहां तक समय की बात है, ये सुझाव लिए जा रहे हैं. कुछ लोगों को भाषण देने की आदत होती है तो वो मौका ढूंढते हैं भाषण देने का, उनके लिए समय जरूर कम है. जिनको सुझाव देने हैं उन्होंने तो सुझाव दिए हैं.
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20 फरवरी से हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. वैसे तो हर बार की तरह इस बार भी विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा, लेकिन इस बार सबसे अहम मुद्दा होगा जाट आरक्षण आंदोलन. वैसे तो 2016 के बाद से लेकर अब तक कई बार जाट आंदोलन में हुई आगजनी और तोड़फोड़ के आरोपी युवकों की रिहाई की मांग उठती आई है, लेकिन इस मांग में 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद और इजाफा हुआ.