पलवल: होडल के कस्बा हसनपुर में काफी समय से यमुना पुल की मांग चली आ रही है. पुल का निर्माण शुरु न होने से दो लोगों मुण्डन कराकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए है. उन्होंने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया.
यमुना पुल की मांग को लेकर पवल शर्मा पहले भी भूख हड़ताल और धरने पर बैठ चुके हैं, लेकिन उनकी सरकार सुनने को तैयार ही नहीं है. जी हां यह हम नहीं कह रहे है बल्कि मुंडन कराकर भूख हड़ताल पर पवन शर्मा व उनके साथ बैठे साथी भी कह रहे है.
आपको बता दें बीजेपी के सरकार बनते ही पहले तो पलवल में नितिन गडकरी ने हसनपुर यमुना पुल की मांग को स्वीकार किया था और इसके कुछ महीने बाद ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर ने भी हसनपुर में रैली के दौरान इस मांग को मानकर वायदा किया था कि जल्द ही पुल निर्माण शुरु करा दिया जाएगा, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी पुल निर्माण शुरु नहीं कराया गया.
इसी दौरान पवन शर्मा ने करीब पांच बार पुल निर्माण शुरु कराने की मांग को लेकर भूख हड़ताल और धरना दिया था. उसी दौरान सरकार के नुमाइंदों की ओर से आस्वाशन देकर धरना समाप्त करा देते थे. सरकार की इस वायदा खिलाफी के चलते पवन शर्मा मुंडन कराकर फिर से भूख हड़ताल पर बैठ गए.
वहीं अब हसनपुर के लोग भी बाजार बंद कर इस धरने में शामिल होने लगे हैं. वहीं पूर्व सरपंच ने भी सरकार पर वायदा खिलाफी के आरोप लगते हुए कहा की अगर सरकार ने पुल निर्माण जल्द शुरु नहीं कराया तो सरकार को इसका खामियाजा आनेवाले लोकसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा. यहां के लोगो ने वोट का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.