पलवल: लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों का पलायन दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है. कोसीकलां के कोटवन बॉर्डर पर रोजाना दो से तीन हजार प्रवासी मजदूर आ रहे हैं.
पलवल से होते हुए उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे प्रवासी मजदूर परिवार की बेटी प्रवासी मजदूरों के काफिले से पीछे रह गई. जिसके बाद इस बेटी ने पलवल पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने मानवता दिखाते हुए बिछड़ी बेटी के परिजनों से मोबाइल पर संपर्क कर उसके बारे में जानकारी ली. उसके बाद पुलिस ने अपने वाहन से उत्तर प्रदेश के कोसीकला जाकर बेटी को उसके परिवार से मिलाया.
प्रवासी बेटी की मां ने बताया कि उसकी बेटी भीड़ ज्यादा होने की वजह से परिवार से बिछड़ गई. जब वह कोसीकलां पहुंची तो पलवल पुलिस का फोन आया. जिसमें पुलिस ने बताया कि उसकी बेटी पलवल में ही है और पुलिस की निगरानी में है. जिसके बाद मां ने पुलिस से बेटी को उसके पास पहुंचाने की गुहार लगाई. उसके बाद पुलिस बेटी को उसके पास लेकर आए.
वहीं हेड कांस्टेबल दीपचंद ने बताया कि यह बेटी पलवल में ही अपने परिवार से बिछड़ गई थी. जिसके बाद इसने पुलिस से संपर्क किया. मामले की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने बेटी के परिवार से फोन पर बात की. इस दौरान परिवार ने मामले की सच्चाई बताई और बेटी को कोसी लाने को कहा. जिसके बाद पुलिस ने बेटी को कोसी ले जाकर इसकी मां से मिलाया.
इसे भी पढ़ें: ना खाना है, ना पीने को पानी, देखें प्रवासी मजदूरों पर सिस्टम के दावों की पोल खोलने वाली ये रिपोर्ट