ETV Bharat / state

पलवल: महानवमी पर कन्याओं को कराया जा रहा भोजन

पलवल में महानवमी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. महिलाएं 9 कन्याओं को भोजन कराकर उनसे आशिर्वाद ले रही हैं और व्रत खोल रही हैं.

Mahanavami festival being celebrated in Palwal
महानवमी पर कन्याओं को कराया जा रहा भोजन
author img

By

Published : Oct 25, 2020, 10:58 AM IST

पलवल: जिलेभर में नवरात्र का 9वां दिन यानि महानवमी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. नौवें और अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और 9 कन्याओं को भोजन कराकर उनसे आशिर्वाद लिया जाता है. साथ ही महिलाएं कन्याओं को उपहार भेंट कर अपना व्रत खोलती हैं.

इस दिन मान्यता है कि मां दुर्गा का सिद्धिदात्री स्वरूप सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाला होता है. कहते हैं कि सिद्धिदात्री की आराधना करने से सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिल जाती है. नवमी का कन्या पूजन को कल्याणकारी और मंगलकारी माना गया है.

महानवमी पर कन्याओं को कराया जा रहा भोजन

वहीं श्रद्धालु इंदू और पिंकी ने बताया कि उन्होंने पूरे नवरात्रे व्रत किए है. माता के 9 रूपों की पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामानाएं पूरी होती हैं. उनका कहना है कि सच्चे दिल और सच्ची भक्ति से माता की पूजा अर्चना की जाए तो घर में सुख शांति का वास रहता है. उन्होंने बताया कि नवमीं वाले दिन कन्या पूजन कर कन्याओं को प्रसाद और भोजन ग्रहण कराकर आशीर्वाद प्राप्त किया है.

ये भी पढ़ें: पानीपत की पहचान बनी पाकिस्तान से शुरू हुई दशहरे की परंपरा

पलवल: जिलेभर में नवरात्र का 9वां दिन यानि महानवमी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. नौवें और अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और 9 कन्याओं को भोजन कराकर उनसे आशिर्वाद लिया जाता है. साथ ही महिलाएं कन्याओं को उपहार भेंट कर अपना व्रत खोलती हैं.

इस दिन मान्यता है कि मां दुर्गा का सिद्धिदात्री स्वरूप सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाला होता है. कहते हैं कि सिद्धिदात्री की आराधना करने से सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिल जाती है. नवमी का कन्या पूजन को कल्याणकारी और मंगलकारी माना गया है.

महानवमी पर कन्याओं को कराया जा रहा भोजन

वहीं श्रद्धालु इंदू और पिंकी ने बताया कि उन्होंने पूरे नवरात्रे व्रत किए है. माता के 9 रूपों की पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामानाएं पूरी होती हैं. उनका कहना है कि सच्चे दिल और सच्ची भक्ति से माता की पूजा अर्चना की जाए तो घर में सुख शांति का वास रहता है. उन्होंने बताया कि नवमीं वाले दिन कन्या पूजन कर कन्याओं को प्रसाद और भोजन ग्रहण कराकर आशीर्वाद प्राप्त किया है.

ये भी पढ़ें: पानीपत की पहचान बनी पाकिस्तान से शुरू हुई दशहरे की परंपरा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.