पलवल: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने 12 घंटे की बजाय चार घंटे तक नेशनल हाइवे जाम कर भारत बंद का समर्थन किया. वहीं बाजार में भी भारत बंद का कोई अच्छा खासा असर देखने को नहीं मिला.
सुबह 11 बजे हजारों की संख्या में किसान अटोहां चौक स्थित किसानों के धरने पर पहुंचे और साढ़े 11 बजे एनएच-19 को पूरी तरह से जाम कर दिया. किसानों ने एनएच-19 पर धरना देकर सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने व एमएसपी पर कानून बनाने की मांग की.
किसानों के भारत बंद में पलवल जिले से भारी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया है और धरने पर अपने गीत-संगीत के के माध्यम केंद्र सरकार का विरोध किया और कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग की. इस दौरान मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल भी तैनात रहा.
इससे पहले भी किसान चार महीनों से कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर चक्का जाम, रेल रोको आंदोलन, ट्रैक्टर परेड, केजेपी-केएमपी एक्सप्रेस-वे को जाम कर चुके हैं और कई बार किसान अनशन भी कर चुके हैं, लेकिन सरकार भी अड़ी है और किसानों का धैर्य भी टूटने का नाम नहीं ले रहा है.
आज भारत बंद में किसानों के साथ-साथ कांग्रेस के नेताओं ने भी हिस्सा लिया. हाइवे पर जाम के दौरान एम्बुलेंस, स्कूल बस व जरूरी वाहनों को रास्ता दिया गया. इस दौरान किसानों और कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला.
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