पलवल: सरकार की वादाखिलाफी के चलते कोरोना योद्धाओं ने पलवल शहर में जुलुस निकालकर पलवल के विधायक दीपक मंगला के आवास का घेराव किया और विधायक के आवास के सामने धरना देते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आशा वर्करों ने कहा की अगर सरकार ने उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया तो आशा वर्करों का धरना विकराल रूप धारण करेगा.
धरने पर बैठी आशा वर्करों का कहना है कि सरकार ने उनका 8 सेवाओं पर इंसेंटिव देना बंद कर दिया है. जिसकी वजह से उनकी मासिक आमदनी में काफी कमी आ गई है. साथ ही साथ प्रदेश सरकार के साथ 2018 में एक समझौता हुआ था. जिसे सरकार ने अभी तक लागू नहीं किया है.
आशा वर्कर यूनियन की पदाधिकारी ममता देवी और सीटू के जिला प्रधान श्रीपाल भाटी का कहना है कि बीते वर्ष तक उन्हें डीएनसी, एएनसी, डेथ बर्थ सर्टिफिकेट, हाउसहोल्ड सर्वे, ईसी कपल, बी एच एमसी आदि सर्विस इस पर 50% इंसेंटिव मिलता था. जिसे अब बंद कर दिया गया है.
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उनकी मांग है कि सरकार उनकी इन 8 सेवाओं पर इंसेंटिव को दोबारा शुरू करें और वर्ष 2018 में लागू समझौते को तुरंत लागू करे. उन्होंने बताया की जो हमें 1000 रुपये मिलते थे वो भी कोविड-19 के चलते उन्हें बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा की सरकार ने हमें स्मार्ट फोन देने का सरकार ने वादा किया.
आशा वर्करों का कहना है की अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो मजबूरन आशा वर्करों को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर जाना पड़ेगा. इसी कड़ी में आशा वर्करों ने पलवल से विधायक दीपक मंगला के आवास का घेराव किया. वहीं विधायक ने उन्हें उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया.