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नूंह: ट्रैफिक जागरुकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन, सड़क हादसे रोकना मकसद

नूंह में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को जागरुक कर सड़क हादसों में कमी लाना है और नए नियम को लेकर भी लोगों को जागरुक करना है.

traffic police awareness campaign
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Published : Sep 18, 2019, 11:23 AM IST

नूंह: लघु सचिवालय नूंह परिसर मीटिंग हाल में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सरपंच, अध्यापक, स्कूली छात्र, पुलिस विभाग के अधिकारी सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.

लोगों को जागरुक करना उद्देश्य

इस कार्यक्रम में एडीजीपी आर सी मिश्रा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को जागरुक कर सड़क हादसों में कमी लाना है और नए नियम को लेकर भी लोगों को जागरुक करना है.

ट्रैफिक पुलिस का जागरुकता अभियान कार्यक्रम, क्लिक कर देखें वीडियो

एडीजीपी आरसी मिश्रा ने तीन E की बात कही-

  • पहला E इंजीनियरिंग जिसमें सड़कों की दशा को लेकर बात कही थी. उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत, सिग्नल ठीक तरीके से लगा हो और अच्छी सड़कें हो
  • दूसरा E एजुकेशन को लेकर है, जिसमें नए नियम को लेकर लोगों को शिक्षित करना है. जागरुक करना उद्देश्य है.
  • तीसरा E इन्फोर्समेंट को लेकर है, जिसमें नियम तोड़ने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है .

ये भी जाने- जींद: ट्रैफिक पुलिस ने चलाया जागरुकता अभियान, नियम तोड़ने वालों को बांटे फूल

बताए नये मोटर नियम लाने का कारण

हादसों को कम करने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा का ज्ञान दिया गया. एडीजीपी बोले कि पुलिस लोगों को फूल देकर गांधीगिरी तरीके से समझा रहे हैं , ताकि कम से कम लोगों का चालान काटा जाये. उन्होंने यह भी कहा कि इन नए कानून को लाने का कारण यह है कि लोग पुराने कानून को लेकर गंभीर नहीं थे.

यातायात के नियमों का हो रहा है पालन

आपको बता दें कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये 1 सितंबर से नए मोटर नियम लागू किये थे. इस नए नियम में चालान की राशि कई गुना तक बढ़ा दी गई थी. चालान कटने के डर से यातायात के नियम के उल्लंघन की घटनाओं में काफी कमी आई है. लेकिन कई लोगों को नए नियम को लेकर जानकारी नहीं है जिसको लेकर पुलिस जगह-जगह जागरुकता अभियान चला रही है.

नूंह: लघु सचिवालय नूंह परिसर मीटिंग हाल में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सरपंच, अध्यापक, स्कूली छात्र, पुलिस विभाग के अधिकारी सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.

लोगों को जागरुक करना उद्देश्य

इस कार्यक्रम में एडीजीपी आर सी मिश्रा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को जागरुक कर सड़क हादसों में कमी लाना है और नए नियम को लेकर भी लोगों को जागरुक करना है.

ट्रैफिक पुलिस का जागरुकता अभियान कार्यक्रम, क्लिक कर देखें वीडियो

एडीजीपी आरसी मिश्रा ने तीन E की बात कही-

  • पहला E इंजीनियरिंग जिसमें सड़कों की दशा को लेकर बात कही थी. उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत, सिग्नल ठीक तरीके से लगा हो और अच्छी सड़कें हो
  • दूसरा E एजुकेशन को लेकर है, जिसमें नए नियम को लेकर लोगों को शिक्षित करना है. जागरुक करना उद्देश्य है.
  • तीसरा E इन्फोर्समेंट को लेकर है, जिसमें नियम तोड़ने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है .

ये भी जाने- जींद: ट्रैफिक पुलिस ने चलाया जागरुकता अभियान, नियम तोड़ने वालों को बांटे फूल

बताए नये मोटर नियम लाने का कारण

हादसों को कम करने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा का ज्ञान दिया गया. एडीजीपी बोले कि पुलिस लोगों को फूल देकर गांधीगिरी तरीके से समझा रहे हैं , ताकि कम से कम लोगों का चालान काटा जाये. उन्होंने यह भी कहा कि इन नए कानून को लाने का कारण यह है कि लोग पुराने कानून को लेकर गंभीर नहीं थे.

यातायात के नियमों का हो रहा है पालन

आपको बता दें कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये 1 सितंबर से नए मोटर नियम लागू किये थे. इस नए नियम में चालान की राशि कई गुना तक बढ़ा दी गई थी. चालान कटने के डर से यातायात के नियम के उल्लंघन की घटनाओं में काफी कमी आई है. लेकिन कई लोगों को नए नियम को लेकर जानकारी नहीं है जिसको लेकर पुलिस जगह-जगह जागरुकता अभियान चला रही है.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान
सड़क हादसों में जान गंवाने वाले तथा अंग - भंग कराने वाले लोगों की संख्या में कमी लाने के मकसद से मंगलवार को लघु सचिवालय नूंह परिसर मीटिंग हाल में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सरपंचों , अध्यापकों , स्कूली छात्रों , पुलिस विभाग के अधिकारियों से सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में एडीजीपी आर सी मिश्रा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। डीसी नूंह पंकज कुमार , एसपी संगीता कालिया सहित जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में एडीजीपी आर सी मिश्रा बोले कि सड़क हादसों में कमी लाने की वजह से यह अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही नियमों में जो बदलाव किया गया है। उनका पालन हो , लोग उन नियमों को लेकर जागरूक हों , इसलिए यह चलाया गया है। ट्रिपल ई यानि सड़क का उम्दा होना , नियमों को दर्शना तथा पुलिस की तैनाती इत्यादि होना जरुरी है। अकेले पुलिस की वजह से सड़क हादसे कम नहीं हो सकते। सड़कों का पैमाने पर खरा उतरना और सड़क पर सभी नियमों दर्शाना भी उतना ही जरुरी है , जितना पुलिस की तैनाती जरुरी है। एडीजीपी बोले कि पुलिस लोगों को फूल देकर गांधीगिरी तरीके से समझा रहे हैं , ताकि कम से कम लोगों का चालान काटा जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों या बुजुर्गों को जागरूक करने की जरूरत नहीं बल्कि युवाओं को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक करने की अधिक जरूरत है। पुलिस को लोगों का सहयोग मिलना जरुरी है , तभी कोई भी योजना कामयाब हो सकती है। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी जान पर भारी पड़ रही है , कुछ नाबालिग बच्चे दुपहिया वाहन चलाते हैं , कुछ सीट बैल्ट का इस्तेमाल नहीं करते , रेड लाइट पार कर जाते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं। कुछ लोग सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते हैं , अपनी लाइन में नहीं चलते इत्यादि बहुत से नियम लोग तोड़ते हैं। इसलिए सड़क हादसों की संख्या और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
बाइट ;- आर सी मिश्रा एडीजीपी रेवाड़ी रेंज
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान
सड़क हादसों में जान गंवाने वाले तथा अंग - भंग कराने वाले लोगों की संख्या में कमी लाने के मकसद से मंगलवार को लघु सचिवालय नूंह परिसर मीटिंग हाल में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सरपंचों , अध्यापकों , स्कूली छात्रों , पुलिस विभाग के अधिकारियों से सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में एडीजीपी आर सी मिश्रा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। डीसी नूंह पंकज कुमार , एसपी संगीता कालिया सहित जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में एडीजीपी आर सी मिश्रा बोले कि सड़क हादसों में कमी लाने की वजह से यह अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही नियमों में जो बदलाव किया गया है। उनका पालन हो , लोग उन नियमों को लेकर जागरूक हों , इसलिए यह चलाया गया है। ट्रिपल ई यानि सड़क का उम्दा होना , नियमों को दर्शना तथा पुलिस की तैनाती इत्यादि होना जरुरी है। अकेले पुलिस की वजह से सड़क हादसे कम नहीं हो सकते। सड़कों का पैमाने पर खरा उतरना और सड़क पर सभी नियमों दर्शाना भी उतना ही जरुरी है , जितना पुलिस की तैनाती जरुरी है। एडीजीपी बोले कि पुलिस लोगों को फूल देकर गांधीगिरी तरीके से समझा रहे हैं , ताकि कम से कम लोगों का चालान काटा जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों या बुजुर्गों को जागरूक करने की जरूरत नहीं बल्कि युवाओं को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक करने की अधिक जरूरत है। पुलिस को लोगों का सहयोग मिलना जरुरी है , तभी कोई भी योजना कामयाब हो सकती है। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी जान पर भारी पड़ रही है , कुछ नाबालिग बच्चे दुपहिया वाहन चलाते हैं , कुछ सीट बैल्ट का इस्तेमाल नहीं करते , रेड लाइट पार कर जाते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं। कुछ लोग सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते हैं , अपनी लाइन में नहीं चलते इत्यादि बहुत से नियम लोग तोड़ते हैं। इसलिए सड़क हादसों की संख्या और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
बाइट ;- आर सी मिश्रा एडीजीपी रेवाड़ी रेंज
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान
सड़क हादसों में जान गंवाने वाले तथा अंग - भंग कराने वाले लोगों की संख्या में कमी लाने के मकसद से मंगलवार को लघु सचिवालय नूंह परिसर मीटिंग हाल में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में सरपंचों , अध्यापकों , स्कूली छात्रों , पुलिस विभाग के अधिकारियों से सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में एडीजीपी आर सी मिश्रा ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। डीसी नूंह पंकज कुमार , एसपी संगीता कालिया सहित जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में एडीजीपी आर सी मिश्रा बोले कि सड़क हादसों में कमी लाने की वजह से यह अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही नियमों में जो बदलाव किया गया है। उनका पालन हो , लोग उन नियमों को लेकर जागरूक हों , इसलिए यह चलाया गया है। ट्रिपल ई यानि सड़क का उम्दा होना , नियमों को दर्शना तथा पुलिस की तैनाती इत्यादि होना जरुरी है। अकेले पुलिस की वजह से सड़क हादसे कम नहीं हो सकते। सड़कों का पैमाने पर खरा उतरना और सड़क पर सभी नियमों दर्शाना भी उतना ही जरुरी है , जितना पुलिस की तैनाती जरुरी है। एडीजीपी बोले कि पुलिस लोगों को फूल देकर गांधीगिरी तरीके से समझा रहे हैं , ताकि कम से कम लोगों का चालान काटा जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों या बुजुर्गों को जागरूक करने की जरूरत नहीं बल्कि युवाओं को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक करने की अधिक जरूरत है। पुलिस को लोगों का सहयोग मिलना जरुरी है , तभी कोई भी योजना कामयाब हो सकती है। ट्रैफिक नियमों की अनदेखी जान पर भारी पड़ रही है , कुछ नाबालिग बच्चे दुपहिया वाहन चलाते हैं , कुछ सीट बैल्ट का इस्तेमाल नहीं करते , रेड लाइट पार कर जाते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं। कुछ लोग सड़क पर वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते हैं , अपनी लाइन में नहीं चलते इत्यादि बहुत से नियम लोग तोड़ते हैं। इसलिए सड़क हादसों की संख्या और मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
बाइट ;- आर सी मिश्रा एडीजीपी रेवाड़ी रेंज
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात

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