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नूंह में बेटियों की सुरक्षा के लिए 'सुधर जाओ लड़कों' अभियान की शुरुआत - बेटियों के लिए सुरक्षा को लेकर कार्यक्रम

नूंह में प्रणव मुखर्जी फाउंडेशन ने स्कूल जाने वाली लड़कियों को मनचलों से बचाने के लिए विशेष योजना बनाई है. इस योजना की शुरुआत मंगलवार को नूंह जिले के राजकीय उच्च विद्यालय पाटूका से किया गया. विस्तार से पढ़ें-

sudhar jao ladko women safety program is started in nuh
नूंह में बेटियों की सुरक्षा के लिए 'सुधर जाओ लड़कों' अभियान की शुरुआत
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Published : Mar 4, 2020, 7:45 PM IST

नूंह: प्रणव मुखर्जी फाउंडेशन के सलाहकार सुनील जागलान ने कहा कि स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों से छेड़छाड़ फब्तियां कसना मनचलों को महंगा पड़ सकता है. सुधर जाओ लड़कों योजना की शुरुआत मंगलवार को नूंह जिले के राजकीय उच्च विद्यालय पाटूका से किया गया.

पाटूका गांव के युवाओं का लाडो सुरक्षा दल मंगलवार को गठित किया गया. युवाओं, अभिभावकों, छात्राओं, अध्यापकों ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए गए इस नए प्रयोग की जमकर प्रशंसा की. समाजसेवी सुनील जागलान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों ने उनसे कुछ दिन पहले कहा कि स्कूल आते जाते समय कुछ मनचले लड़के न केवल उनसे छेड़छाड़ करते हैं , बल्कि तरह-तरह की फब्तियां कसते हैं.

'मनचलों की वीडियो भी बनाएंगे लोग'

उन्होंने लड़कियों का मनचलों से पीछा छुड़ाने की योजना बनाई जिसे 'सुधर जाओ लड़कों' का नाम दिया गया. साथ ही लाडो सुरक्षा दल का गठन भी कर लिया. जागलान ने कहा कि जल्द ही इस बारे में पुलिस कप्तान से मुलाकात करेंगे. पाटूका गांव में लाडो सुरक्षा दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए जागलान ने कहा कि जब भी स्कूल की छुट्टी होगी तो दल के सदस्य स्कूल के गेट के बाहर खड़े होंगे और मनचलों पर नजर रखने के साथ-साथ उनकी फोटो वीडियो बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा करेंगे.

रैली निकाल कर करेंगे लड़कों को जागरुक

उन्होंने कहा कि लड़ाई झगड़ा करने के बजाय गांव में रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. मनचले मिले तो उनके परिजनों से पहले भाईचारे से बात होगी उसके बावजूद भी लड़कियों से शरारत करने की शिकायत मिली तो पुलिस में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की जाएगी. उसके बाद पुलिस कानून के मुताबिक अपना काम करेगी. जागलान की कोशिश है कि कोई लड़की सुरक्षा की वजह से स्कूल नहीं छोड़ेगी.

ये पढ़ें- हरियाणा बोर्ड की परीक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट, परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू

'भाई-चाचा ने ही ली बेटियों की सुरक्षा का जिम्मा'

अब उनके पिता, भाई-चाचा इत्यादि ही उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने को तैयार हैं. कुल मिलाकर बहुत सी नई - नई योजनाओं को सफलता के शिखर तक पहुंचाने वाले राजेश जागलान फिर प्रदेश ही नहीं देश भर में सुर्खियां बटोरने जा रहे हैं. मेवात जिले से इसकी शुरुआत होने से लड़कियों की साक्षरता दर में बढ़ोतरी होना लाजमी है. सिस्टम और समाज ने इस योजना का सहयोग किया तो पुलिस की भी परेशानी कम होने से इनकार नहीं किया जा सकता.

नूंह: प्रणव मुखर्जी फाउंडेशन के सलाहकार सुनील जागलान ने कहा कि स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों से छेड़छाड़ फब्तियां कसना मनचलों को महंगा पड़ सकता है. सुधर जाओ लड़कों योजना की शुरुआत मंगलवार को नूंह जिले के राजकीय उच्च विद्यालय पाटूका से किया गया.

पाटूका गांव के युवाओं का लाडो सुरक्षा दल मंगलवार को गठित किया गया. युवाओं, अभिभावकों, छात्राओं, अध्यापकों ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए गए इस नए प्रयोग की जमकर प्रशंसा की. समाजसेवी सुनील जागलान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों ने उनसे कुछ दिन पहले कहा कि स्कूल आते जाते समय कुछ मनचले लड़के न केवल उनसे छेड़छाड़ करते हैं , बल्कि तरह-तरह की फब्तियां कसते हैं.

'मनचलों की वीडियो भी बनाएंगे लोग'

उन्होंने लड़कियों का मनचलों से पीछा छुड़ाने की योजना बनाई जिसे 'सुधर जाओ लड़कों' का नाम दिया गया. साथ ही लाडो सुरक्षा दल का गठन भी कर लिया. जागलान ने कहा कि जल्द ही इस बारे में पुलिस कप्तान से मुलाकात करेंगे. पाटूका गांव में लाडो सुरक्षा दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए जागलान ने कहा कि जब भी स्कूल की छुट्टी होगी तो दल के सदस्य स्कूल के गेट के बाहर खड़े होंगे और मनचलों पर नजर रखने के साथ-साथ उनकी फोटो वीडियो बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा करेंगे.

रैली निकाल कर करेंगे लड़कों को जागरुक

उन्होंने कहा कि लड़ाई झगड़ा करने के बजाय गांव में रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया जाएगा. मनचले मिले तो उनके परिजनों से पहले भाईचारे से बात होगी उसके बावजूद भी लड़कियों से शरारत करने की शिकायत मिली तो पुलिस में लिखित शिकायत कर कार्रवाई की जाएगी. उसके बाद पुलिस कानून के मुताबिक अपना काम करेगी. जागलान की कोशिश है कि कोई लड़की सुरक्षा की वजह से स्कूल नहीं छोड़ेगी.

ये पढ़ें- हरियाणा बोर्ड की परीक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट, परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू

'भाई-चाचा ने ही ली बेटियों की सुरक्षा का जिम्मा'

अब उनके पिता, भाई-चाचा इत्यादि ही उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेने को तैयार हैं. कुल मिलाकर बहुत सी नई - नई योजनाओं को सफलता के शिखर तक पहुंचाने वाले राजेश जागलान फिर प्रदेश ही नहीं देश भर में सुर्खियां बटोरने जा रहे हैं. मेवात जिले से इसकी शुरुआत होने से लड़कियों की साक्षरता दर में बढ़ोतरी होना लाजमी है. सिस्टम और समाज ने इस योजना का सहयोग किया तो पुलिस की भी परेशानी कम होने से इनकार नहीं किया जा सकता.

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