नूंह: करनाल के घरौंडा टोल प्लाजा पर किसानों पर हुए लाठीचार्ज (lathi charge on Farmer Karnal) का विरोध तेज होता जा रहा है. शनिवार को हुए इस पूरे घटनाक्रम के बाद आज नूंह में संयुक्त किसान मोर्चा ने महापंचायत (Sanyukt Kisan Morcha Mahapanchayat) की. अनाज मंडी में हुई इस महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव समेत कई नेताओं ने शिरकत की. किसानों की महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए.
महापंचायत में किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि इस बार दिल्ली को दक्षिणी हरियाणा की तरफ से घेरना होगा. दिल्ली कई तरफ से घिरी हुई है. उन्होंने कहा कि मेवातियों तैयार रहो, संयुक्त किसान मोर्चा कभी भी कॉल कर सकता है. वहीं किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा एसडीएम का नाम आयुष सिर फोड़ सिन्हा होना चाहिए, उसको तुरंत बर्खास्त करना चाहिए. एसडीएम ने किसानों के साथ बर्बरता के लिए पुलिस को उकसाया, उस वीडियो को हर घर तक पहुंचाओ.
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महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार 9 महीने से किसानों की बात नहीं सुन रही है. उन्होंने हमें खालिस्तानी, पाकिस्तानी जैसे शब्दों से पुकारा. राकेश टिकैत ने सवाल उठाया कि देश कैसे बचेगा, खेल के मैदान बिकेंगे, मंडियों की खाली जमीन बिकेगी, आरएसएस की ट्रेनिंग करने वालों को 33-33 साल के पट्टे दिए जाएंगे. रेलवे, एलआईसी, एयरपोर्ट बिक चुके हैं. कुछ नहीं बचेगा. राकेश टिकैत ने कहा कि किसान छोड़ेगा नहीं, आपने गलत पंगा लिया है. वैचारिक क्रांति की लाठी बंदूक से नहीं दबेगी. उन्होंने कहा कि जब किसान की जीत होगी, तभी घर वापसी होगी. टिकैत ने कहा कि मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को पहुंचकर देखना, सारे देश का किसान वहां आ रहा है.
बता दें कि निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को करनाल में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी (Karnal BJP meeting) की एक अहम बैठक हो रही थी. जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ समेत कई नेता शामिल हुए. बैठक में प्रदेश की 90 विधानसभाओं के बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भी मौजूद रहे. किसानों ने पहले ही बीजेपी के इस कार्यक्रम का विरोध करने की चेतावनी दी थी. जिसके तहत किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर विरोध किया. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया.
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इस दौरान एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा (karnal SDM video) पुलिसकर्मियों को आदेश देते दिख रहे हैं. वीडियो में एसडीएम पुलिसकर्मियों से कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं किसी भी हाल में किसानों को यहां नहीं देखना चाहता. अगर कोई अंदर आता है तो उसका सिर फूटा होना चाहिए. ये वो जगह थी जहां सीएम मनोहर लाल का कार्यक्रम होना था. इसके बाद किसानों में रोष ज्यादा बढ़ गया. हालांकि इसके बाद एसडीएम आयुष सिन्हा की ओर से कहा गया कि पहले किसानों ने पत्थरबाजी की थी उसके बाद ही लाठीचार्ज किया गया.
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बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों के ऊपर पुलिस के द्वारा तीन बार लाठीचार्ज किया गया है. आपसी टकराव में कई किसान बुरी तरह से घायल हो गए. किसान टोल प्लाजा स्थल छोड़कर खेतों में भागते हुए दिखाई दिए और उनके पीछे-पीछे पुलिसकर्मी भी लाठी लेकर भाग रहे थे. वहीं इस दौरान किसानों ने आह्वान किया है कि भारी संख्या में किसान सड़कों पर निकल कर रोड जाम करें ताकि सरकार को एक सबक मिले. जिसके बाद प्रदेशभर में किसान रोड जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं.