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रमज़ान का पाक महीना आज से शुरू, लोगों ने रखा पहला रोज़ा

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Published : May 7, 2019, 9:34 PM IST

रमज़ान का महीना आज से शुरू हो चुका है. अगले 30 दिनों तक मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करेंगे. जिसके बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा.

आज से शुरू हुए रमज़ान

नूंह: रमज़ान का पाक महीना आज से शुरू हो गया है. दरअसल, रमज़ान-उल-मुबारक के पाक महीने का चांद रविवार को नहीं दिखाई दिया, जिसके बाद 7 मई से रमज़ान शुरू किया गया. 30 दिनों के रोज़ों के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा.

रमज़ान का पाक महीना आज से शुरू

दिन में सन्नाटा, शाम को बाजारों में रही रौनक
भीषण गर्मी में रमजान माह का आगाज हो चुका है. दिन में भीषण गर्मी की वजह से सड़क-बाजार में सन्नाटा पसरा रहा , लेकिन शाम होते ही बाजारों और मस्जिदों में भीड़ उमड़ गई. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा कर और इफ्तारी कर रोजा खोला.

फलों के दाम में इजाफा
रमजान के चलते फलों के दाम भी बढ़ गए हैं. साथ ही बर्फ, तरबूज और निंबू की डिमांड भी काफी बढ़ गई है,

नूंह: रमज़ान का पाक महीना आज से शुरू हो गया है. दरअसल, रमज़ान-उल-मुबारक के पाक महीने का चांद रविवार को नहीं दिखाई दिया, जिसके बाद 7 मई से रमज़ान शुरू किया गया. 30 दिनों के रोज़ों के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा.

रमज़ान का पाक महीना आज से शुरू

दिन में सन्नाटा, शाम को बाजारों में रही रौनक
भीषण गर्मी में रमजान माह का आगाज हो चुका है. दिन में भीषण गर्मी की वजह से सड़क-बाजार में सन्नाटा पसरा रहा , लेकिन शाम होते ही बाजारों और मस्जिदों में भीड़ उमड़ गई. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा कर और इफ्तारी कर रोजा खोला.

फलों के दाम में इजाफा
रमजान के चलते फलों के दाम भी बढ़ गए हैं. साथ ही बर्फ, तरबूज और निंबू की डिमांड भी काफी बढ़ गई है,

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- रमजान का माह शुरू , मस्जिदों से लेकर शाम को बढ़ेगी मस्जिदों में रौनक
भीषण गर्मी में रमजान माह का आगाज हो चुका है। दिन में भीषण गर्मी की वजह से सड़क - बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया , तो शाम को बाजारों में रौनक बढ़ेगी। इतना ही नहीं मस्जिद में नमाजियों की भीड़ भी देखने को मिलेगी। इस माह का मुस्लिम समाज के लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।
रमजान के माह में सुबह तीन बजे से ही महिलाएं जागकर परिवार के लिए सहरी का इंतजाम करती हैं। लजीज व्यंजन सहरी के लिए बनाये जाते हैं , तो इफ्तार के समय में तरह - तरह के व्यंजन तैयार किये जाते हैं। बच्चे , बूढ़े , जवान , महिला सब रोजा रखते हैं। पारा 42 को पार कर रहा है , जिससे घरों से बाहर निकलना तक दूभर हो रहा है। गर्मी और रोजा होने की वजह से निम्बू , बर्फ , तरबूज इत्यादि का डिमांड बढ़ जाती है। रमजान इबादत का महीना है। इस माह में एक सबाब यानि अच्छे काम के बदले 70 नेकी मिलती हैं। इस माह में हर कोई अल्लाह को राजी करने के लिए दिन रात इबादत करते हैं। पांच वक्त की नमाज के अलावा रमजान के माह में तराबीह की नमाज पढ़ी जाती है। करीब 15 घंटे तक भीषण गर्मी में इंसान भूखा - प्यासा अपने खुदा की इबादत करता है। नूंह जिला मुस्लिम बाहुल्य जिला है , इसलिए इस जिले में रोजा इफ्तार से लेकर सहरी का वक्त कुछ खास होता है। इस बार लोकसभा का चुनाव भी रमजान के महीने में है।
बाइट;- मौलाना मौहम्मद खालिद काश्मी
बाइट;- अकबर अली रोजेदार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- रमजान का माह शुरू , मस्जिदों से लेकर शाम को बढ़ेगी मस्जिदों में रौनक
भीषण गर्मी में रमजान माह का आगाज हो चुका है। दिन में भीषण गर्मी की वजह से सड़क - बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया , तो शाम को बाजारों में रौनक बढ़ेगी। इतना ही नहीं मस्जिद में नमाजियों की भीड़ भी देखने को मिलेगी। इस माह का मुस्लिम समाज के लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।
रमजान के माह में सुबह तीन बजे से ही महिलाएं जागकर परिवार के लिए सहरी का इंतजाम करती हैं। लजीज व्यंजन सहरी के लिए बनाये जाते हैं , तो इफ्तार के समय में तरह - तरह के व्यंजन तैयार किये जाते हैं। बच्चे , बूढ़े , जवान , महिला सब रोजा रखते हैं। पारा 42 को पार कर रहा है , जिससे घरों से बाहर निकलना तक दूभर हो रहा है। गर्मी और रोजा होने की वजह से निम्बू , बर्फ , तरबूज इत्यादि का डिमांड बढ़ जाती है। रमजान इबादत का महीना है। इस माह में एक सबाब यानि अच्छे काम के बदले 70 नेकी मिलती हैं। इस माह में हर कोई अल्लाह को राजी करने के लिए दिन रात इबादत करते हैं। पांच वक्त की नमाज के अलावा रमजान के माह में तराबीह की नमाज पढ़ी जाती है। करीब 15 घंटे तक भीषण गर्मी में इंसान भूखा - प्यासा अपने खुदा की इबादत करता है। नूंह जिला मुस्लिम बाहुल्य जिला है , इसलिए इस जिले में रोजा इफ्तार से लेकर सहरी का वक्त कुछ खास होता है। इस बार लोकसभा का चुनाव भी रमजान के महीने में है।
बाइट;- मौलाना मौहम्मद खालिद काश्मी
बाइट;- अकबर अली रोजेदार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- रमजान का माह शुरू , मस्जिदों से लेकर शाम को बढ़ेगी मस्जिदों में रौनक
भीषण गर्मी में रमजान माह का आगाज हो चुका है। दिन में भीषण गर्मी की वजह से सड़क - बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया , तो शाम को बाजारों में रौनक बढ़ेगी। इतना ही नहीं मस्जिद में नमाजियों की भीड़ भी देखने को मिलेगी। इस माह का मुस्लिम समाज के लोग बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।
रमजान के माह में सुबह तीन बजे से ही महिलाएं जागकर परिवार के लिए सहरी का इंतजाम करती हैं। लजीज व्यंजन सहरी के लिए बनाये जाते हैं , तो इफ्तार के समय में तरह - तरह के व्यंजन तैयार किये जाते हैं। बच्चे , बूढ़े , जवान , महिला सब रोजा रखते हैं। पारा 42 को पार कर रहा है , जिससे घरों से बाहर निकलना तक दूभर हो रहा है। गर्मी और रोजा होने की वजह से निम्बू , बर्फ , तरबूज इत्यादि का डिमांड बढ़ जाती है। रमजान इबादत का महीना है। इस माह में एक सबाब यानि अच्छे काम के बदले 70 नेकी मिलती हैं। इस माह में हर कोई अल्लाह को राजी करने के लिए दिन रात इबादत करते हैं। पांच वक्त की नमाज के अलावा रमजान के माह में तराबीह की नमाज पढ़ी जाती है। करीब 15 घंटे तक भीषण गर्मी में इंसान भूखा - प्यासा अपने खुदा की इबादत करता है। नूंह जिला मुस्लिम बाहुल्य जिला है , इसलिए इस जिले में रोजा इफ्तार से लेकर सहरी का वक्त कुछ खास होता है। इस बार लोकसभा का चुनाव भी रमजान के महीने में है।
बाइट;- मौलाना मौहम्मद खालिद काश्मी
बाइट;- अकबर अली रोजेदार

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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