नूंह: हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (bharat jodo yatra second day) का आज दूसरा दिन है. यात्रा की शुरुआत सुबह 6 बजे से नूंह के मलाब गांव से शुरू हुई. यहां से राहुल फिरोजपुर नमक होते हुए 14 किलोमीटर पैदल चलकर चार बजे के करीब मेवात क्षेत्र के गांधीग्राम घासेड़ा पहुंचेंगे. पहले दिन सैनिकों से मुलाकात करने के बाद यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी हरियाणा के किसानों से मुलाकात करेंगे. गांधीग्राम से 10 किलोमीटर पैदल चलकर राहुल गांधी सोहना में डॉक्टर अंबेडकर चौक पहुंचेंगे. यहां वो आधे घंटे की एक पब्लिक मीटिंग करेंगे.
इससे पहले अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 21 दिसंबर को हरियाणा (Bharat Jod Yatra in Haryana) पहुंची. उनकी अगुवानी के लिए नूंह जिले में राजस्थान बॉर्डर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहे. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, हरियाणा काग्रेस अध्यक्ष उदयभान, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल समेत बड़ी संख्या में नेताओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया. राहुल गांधी ने इसके बाद जनता को संबोधित किया और कई बड़े मुद्दों पर केंद्र सरकार को फेल बताया.
जीएसटी और नोटबंदी पर तंज: राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra in Nuh) के दौरान मुझे बेरोजगार युवक मिलते हैं, जो बताते हैं कि उन्होंने डिग्री तो ले ली लेकिन उनको पास कोई काम नहीं हैं. आज सबसे बड़ी समस्या इस देश में बेरोजगारी की है. राहुल ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 5-7 लोग जो चाहते हैं इस देश में कर लेते हैं. वो अरबपति हैं. उनके ऊपर लाखों करोड़ का कर्जा है. जबकि छोटे व्यापारियों को किनारे लगा दिया गया है. मैनें अपने भाषणों में हमेशा कहा है कि नोटबंदी और जीएसटी पॉलिसी नही है बल्कि छोटे व्यापारियों को मारने का हथियार है. जिसका लक्ष्य ये है कि सबसे अमीर हिंदुस्तान के 2-3 लोगों को सारा धन पकड़ा दिया जाये.
यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करने तथा राहुल गांधी को करीब से देखने के लिए बडकली चौक पर हजारों की भीड़ एकत्रित हुई. कई घंटे तक भीड़ राहुल गांधी के आने का इंतजार करती रही. राहुल गांधी शाम करीब 6 बजे के बाद मेवात की राजधानी बडकली चौक से अपने काफिले के साथ पैदल यात्रा करते हुए निकले, लेकिन अंधेरा हो जाने की वजह से वो अपने पसंदीदा नेता का दीदार नहीं कर सके. कांग्रेस के लिए राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आने वाले लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव में संजीवनी साबित हो सकती है.