नूंह: कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते लगाए गए लॉकडाउन से जब गरीब परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट बन रहा था, वही प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत गरीब परिवारों के खाते में 500-500 रुपये की आर्थिक मदद केंद्र सरकार की तरफ से हुई. इस मदद ने गरीब परिवारों के चेहरों पर रौनक लाने का काम किया. जिले में तकरीबन 3.78 लाख जनधन अकाउंट है.
उपायुक्त नूंह धीरेन्द्र खड़गटा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हर 3 महीने में लीड बैंक मैनेजर एवं अन्य बैंकर्स के साथ विस्तार पूर्वक बैठक होती है. जिसमें जनधन खातों के अलावा अन्य योजनाओं पर बातचीत होती है. उपायुक्त नूंह ने कहा कि जन धन खातों पर प्रशासन की पूरी नजर रहती है. खाताधारक अटल पेंशन योजना इत्यादि का लाभ भी उठा सकते हैं. इन योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो और गरीब आदमी तक इनकी मदद पहुंचने चाहिए.
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वहीं लोगो ने कहा कि लॉकडाउन में रोजगार चले जाने की वजह से निराशा दिखाई दे रही थी, तो इन योजनाओं के पैसे खाते में आए हैं. जिन्हें निलाकर घर में जरूरत का सामान खरीदा गया. महिलाओं से लेकर समाजसेवी मानते हैं कि योजना में कोई कमी नहीं है. लेकिन अभी भी गरीबों को इस योजना के तहत मदद जारी रहनी चाहिए. 3 महीने तक जो 500-500 की रकम डाली गई थी. उसे कम से कम 1 साल तक लगातार डाला जाना चाहिए.