नूंह : पिनगवां थाना क्षेत्र के ढाणा बुबलहेड़ी गांव में पुलिस ने छापा मारा है. आंगनबाड़ी और स्कूलों में गरीब बच्चों को दिए जाने वाले मिल्क पाउडर को रेड के दौरान बरामद किया गया है.
पुलिस ने क्या कहा ? : पिनगवां थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने बताया कि ख़बर मिली थी कि बुबलहेड़ी में एक मकान में सरकारी मिड डे मील में मिलने वाले सूखे दूध पाउडर को बेचने के लिए रखा गया है. सूचना को सही मानते हुए पुलिस ने छापेमारी की.
रेड में क्या मिला ? : रेड के दौरान मकान में दो ड्रम मिले, जिनमें मिड डे मील का सूखा दूध भरा हुआ मिला. दूध के बारे में पूछे जाने पर अंजुम ने बताया कि उसका पति शाहबाज और उसके ससुर जाहुल दूध का काम करते हैं. गांव में भैंसों का दूध खरीद कर लाते हैं और उस दूध को मिड डे मील के सूखे दूध में मिलाकर बेचते हैं. उसने आगे बताया कि उसके पति और ससुर ने मिड डे मील का सूखा दूध पाउडर पूर्व सरपंच फकरू के बंद मकान में ताला लगाकर रखा है. फकरू फिलहाल जयपुर में ठेकेदारी का काम करता है. जरूरत के मुताबिक सूखा दूध पाउडर वहां से निकाला जाता है और फिर उसे भैंस के दूध के साथ मिलाकर बेचा जाता है. अंजुम ने इस दौरान ताला खोलकर सूखे दूध पाउडर का स्टॉक भी दिखाया. दूध को प्लास्टिक के ड्रम्स के अलावा बोरियों में भरकर रखा गया था.
पुलिस की तफ्तीश जारी : पुलिस ने बताया कि रेड के दौरान मौके से 1130 किलोग्राम सूखा दूध बरामद किया गया है. पिनगवां थाना पुलिस ने फिलहाल आरोपी अंजुम, शाहबाज और जाहुल के खिलाफ मामला दर्ज किया है. साथ ही पूरे मामले की तफ्तीश जारी है और बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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छापे से उठे सवाल : मिल्क के पैकेट्स जो वहां से बरामद किए गए, उसमें साफ तौर पर लिखा हुआ था कि वे सिर्फ आंगनवाड़ी के इस्तेमाल के लिए थे. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कैसे ये दूध के पैकेट्स आंगनवाड़ी के बच्चों को ना मिलकर किसी मकान में ब्लैक मार्केटिंग के लिए पहुंच जा रहे हैं. आखिर कौन है वो दूध के सौदागर जो बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करते हुए हरियाणा सरकार की स्कीम को चूना लगा रहे हैं.