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भूख हड़ताल से कई NHM कर्मचारियों की तबियत बिगड़ी, सरकार पर गंभीर आरोप

एनएचएम कर्मचारियों का धरना 20वें दिन भी जारी रहा. इस दौरान सैंकड़ों कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेवाजी की. तीन दिन की भूख हडताल के बाद कई कर्मचारियों की तबीयत खराब होने लगी.

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Published : Feb 24, 2019, 9:59 PM IST

एनएचएम कर्मचारियों की भूख हड़ताल जारी

नूंह:एनएचएम कर्मचारियों का धरना 20वें दिन भी जारी रहा. इस दौरान सैंकड़ों कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेवाजी की. तीन दिन की भूख हडताल के बाद कई कर्मचारियों की तबीयत खराब होने लगी.

एनएचएम कर्मचारियों की भूख हड़ताल जारी

हड़ताली कर्मचारियों का कहना है किएनएचएम की मांगों को लेकर प्रशासन व सरकार गंभीर नहीं है. कर्मचारियों कीस्थाई सेवा सुरक्षा केअलावा सेवा नियमों की वेतन विसंगतियां व आवयश्क संसोधन, सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित विभिन्न मांगें है. जिनकों लेकर कई बार आवाज उठा चुके हैं. उन्होनें कहा कि सरकार जब तक उनकी मांगोंको नहीं मानती हडताल जारी रहेगी.


सरकार उनकी मागों के प्रति गंभीर नहीं है. एनएचएम कर्मचारी कई माह के बकाया वेतन से लेकर जॉब की गारंटी चाहते हैं. अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एनएचएम के सैकड़ों कर्मचारी कामकाज छोड़ दरी बिछाकर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं.


नूंह जिले में एनएचएम कर्मचारियों की संख्या 550 से अधिक है. जिनमें अकाउंट, पैरामेडिकल, चालक, नर्स इत्यादि स्टाफ शामिल हैं. बिना स्टाफ के डॉक्टर भी कार्यालय के कामकाज से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य इत्यादि की जांच नहीं कर पा रहे हैं.

नूंह:एनएचएम कर्मचारियों का धरना 20वें दिन भी जारी रहा. इस दौरान सैंकड़ों कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेवाजी की. तीन दिन की भूख हडताल के बाद कई कर्मचारियों की तबीयत खराब होने लगी.

एनएचएम कर्मचारियों की भूख हड़ताल जारी

हड़ताली कर्मचारियों का कहना है किएनएचएम की मांगों को लेकर प्रशासन व सरकार गंभीर नहीं है. कर्मचारियों कीस्थाई सेवा सुरक्षा केअलावा सेवा नियमों की वेतन विसंगतियां व आवयश्क संसोधन, सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित विभिन्न मांगें है. जिनकों लेकर कई बार आवाज उठा चुके हैं. उन्होनें कहा कि सरकार जब तक उनकी मांगोंको नहीं मानती हडताल जारी रहेगी.


सरकार उनकी मागों के प्रति गंभीर नहीं है. एनएचएम कर्मचारी कई माह के बकाया वेतन से लेकर जॉब की गारंटी चाहते हैं. अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एनएचएम के सैकड़ों कर्मचारी कामकाज छोड़ दरी बिछाकर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं.


नूंह जिले में एनएचएम कर्मचारियों की संख्या 550 से अधिक है. जिनमें अकाउंट, पैरामेडिकल, चालक, नर्स इत्यादि स्टाफ शामिल हैं. बिना स्टाफ के डॉक्टर भी कार्यालय के कामकाज से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य इत्यादि की जांच नहीं कर पा रहे हैं.


---------- Forwarded message ---------
From: BHUPINDER KUMAR <bjishtu@gmail.com>
Date: Sun 24 Feb, 2019, 16:30
Subject: Fwd: R_HR_ N.H.M. _ 20 Days _ hadtal _ MEWAT _ 24-2-19 _ script & story 2 ds
To: BHUPINDER KUMAR JISHTU <bhupinderkumar@etvbharat.com>



---------- Forwarded message ---------
From: Kasim Khan <kasim.khan.mewat@gmail.com>
Date: Sun 24 Feb, 2019, 16:05
Subject: R_HR_ N.H.M. _ 20 Days _ hadtal _ MEWAT _ 24-2-19 _ script & story 2 ds
To: Haryana Desk <haryanadesk@etvbharat.com>


 tv news mewat 

sir file ftp par bhej di hai ji , , , 
 
संवाददाता नूंह मेवात। 

स्टोरी ;- हड़ताल का 20 वां दिन ,72 घंटे की भूख हड़ताल पर कर्मचारी , 

मेवात जिले के एनएचएम कर्मचारियों का धरना  रविवार को बीसवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान तकरीबन सैंकड़ों कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ  नारेवाजी की गई।   तीन दिन की भूख हडताल के बाद कई कर्मचारियों की तबीयत खराब होने लगी। कर्मचारियों ने दोबारा से 72 घंटे की भूख हडताल की तो दो एनएचएम कर्मचारियों की तबीयत खराब होने लगी। शनिवार शाम को एएनएम प्रमिला को तो  आईसीयू में भर्ती कराने तक की नौबत आ गई। हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि  एनएचएम की मांगों को लेकर प्रशासन व सरकार गंभीर नहीं है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें  स्थाई सेवा सुरक्षा क अलावा सेवा नियमों की वेतन विसंगतियां व आवयश्क संसोधन, सातवें वेतन आयोग का लाभ देने सहित विभिन्न मांगें है। जिनकों लेकर कई बार वो आवाज उठा चुके है। उन्होनें कहा कि सरकार जब तक उनकी मांगों  को नहीं मानती हडताल जारी रहेगी। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होनें सरकार  तक आवाज पंहुचाने के लिये कई तरह का प्रदर्शन किया । इसके बाद भी सरकार उनकी मागों के प्रति गंभीर नहीं है। आपको बतादें कि एनएचएम कर्मचारी कई माह के बकाया वेतन से लेकर जॉब की गारंटी चाहते हैं। अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में एनएचएम के सैकड़ों कर्मचारी कामकाज छोड़ दरी बिछाकर पिछले कई दिनों से बैठे हुए हैं ।  बता दें कि नूंह जिले में एनएचएम कर्मचारियों की सं या 550 से अधिक है। जिनमें अकाउंट , पैरामेडिकल , चालक , नर्स इत्यादि स्टाफ शामिल है। बिना स्टाफ के डॉक्टर भी कार्यालय के कामकाज से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य इत्यादि की जांच नहीं कर पाते। सामान्य अस्पताल से लेकर नूंह , पुन्हाना , तावडू , फिरोजपुर झिरका सीएचसी से लेकर पीएचसी ही नहीं हेल्थ सेंटर पर एनएचएम के कर्मचारी तैनात हैं। एनएचएम कर्मचारियों को भले  काम - समान वेतन देने का फैसला सरकार कुछ माह पहले ले चुकी है ,लेकिन उन्हें जॉब की गारंटी चाहिए , ताकि उन्हें 58 वर्ष की आयु तक नौकरी से नहीं हटाया जाये। अब देखना यह है कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज एनएचएम कर्मचारी संघ की इस हड़ताल को कितना सीरियस ढंग से लेते हैं। इतना ही नहीं जो मरीज गंभीर बिमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती हैं , उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रदेश भर में वैसे तो स्टाफ - डॉक्टरों की कमी है ,लेकिन नूंह जिला इसमें सबसे आगे है। यहीं कारण है कि 550 से अधिक एनएचएम कर्मचारियों के भरोसे जिले की स्वास्थ्य सेवाएं चलाई जा रही हैं। कर्मचारी भी इस बात को बखूबी जानते हैं ,लेकिन मनोहर लाल खट्टर सरकार के लिए एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 2019 के रण से पहले चिंता बढ़ाने का काम कर सकती है। कर्मचारी दो टूक कह रहे हैं कि कई बार सरकार के साथ बैठकें हुई , हड़ताल हुई। भरोसे तो मिले ,लेकिन अमल आज तक नहीं हुआ।  
बाइट ;- अनुपमा एमएचएम कर्मचारी 
बाइट ;- वसीम अकरम , एमएचएम कर्मचारी
बाइट ;- प्रमिला , एमएचएम कर्मचारी
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात।  

          Thanks & Regards ---

           Kasim Khan Mewat

           Mob.+919416103259, +91 9050976800


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