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विधानसभा चुनाव को देखते हुए एकजुट हुए कई समाज के लोग, सरकार को याद दिलाए वादे

विधानसभा चुनाव को देखते हुए अनुसूचित जातियों ने एकजुट होकर एससी-ए की बहाली एवं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए नूंह के बेंसी गांव में रविवार को महापंचायत की. महापंचायत में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल, नूंह, गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ जिलों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.

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Published : Jun 30, 2019, 10:09 PM IST

नूंह: इस महापंचायत में फैसला लिया गया कि सीएम मनोहर लाल ने वादे के मुताबिक उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो करीब दर्जन भर जातियों के लोग एकजुट होकर धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. महापंचायत का आयोजन समाज कल्याण सोसायटी नूंह के सौजन्य से किया गया जिसमें समाज में फैली बुराइयों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई.

यहां देंखे वीडियो.

बेंसी गांव में रविवार को बाल्मीकि, मजहबी, धानक, ओड, बाजीगर, कोरी, कौली, डेहा, मेघ, सांसी, खटीक इत्यादि बिरादरी के सैंकड़ों लोगों ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के चुनावी घोषणापत्र में अंत्योदय के तहत वादा किया था कि आरक्षण का प्रस्ताव बनाकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से स्वीकृत कराकर लागू कराया जायेगा लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ.

पंचायत में कहा गया कि ये जातियां आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं, इसलिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है. महापंचायत का कहना है कि पूर्व सीएम भजनलाल की सरकार ने एससी-ए, बी को बराबर का लाभ दिया, लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दोनों कैटेगरी की जातियों को बराबर कर दिया. जिससे अतिवंचित, उपेक्षित अतिवंचित व उपेक्षित अनुसूचित जाति ब्लॉक ए का ऐसा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई नहीं हो सकती.

भाजपा ने अगर इन जातियों के लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो विधानसभा चुनाव में इन समाज के लाखों लोगों की नाराजगी महंगी पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता. महापंचायत में समाज में फैली जुआ, सट्टा, शराब जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने तथा बच्चों की शिक्षा पर जोर देने पर भी बात हुई.

नूंह: इस महापंचायत में फैसला लिया गया कि सीएम मनोहर लाल ने वादे के मुताबिक उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो करीब दर्जन भर जातियों के लोग एकजुट होकर धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. महापंचायत का आयोजन समाज कल्याण सोसायटी नूंह के सौजन्य से किया गया जिसमें समाज में फैली बुराइयों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई.

यहां देंखे वीडियो.

बेंसी गांव में रविवार को बाल्मीकि, मजहबी, धानक, ओड, बाजीगर, कोरी, कौली, डेहा, मेघ, सांसी, खटीक इत्यादि बिरादरी के सैंकड़ों लोगों ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के चुनावी घोषणापत्र में अंत्योदय के तहत वादा किया था कि आरक्षण का प्रस्ताव बनाकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से स्वीकृत कराकर लागू कराया जायेगा लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ.

पंचायत में कहा गया कि ये जातियां आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं, इसलिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है. महापंचायत का कहना है कि पूर्व सीएम भजनलाल की सरकार ने एससी-ए, बी को बराबर का लाभ दिया, लेकिन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दोनों कैटेगरी की जातियों को बराबर कर दिया. जिससे अतिवंचित, उपेक्षित अतिवंचित व उपेक्षित अनुसूचित जाति ब्लॉक ए का ऐसा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई नहीं हो सकती.

भाजपा ने अगर इन जातियों के लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो विधानसभा चुनाव में इन समाज के लाखों लोगों की नाराजगी महंगी पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता. महापंचायत में समाज में फैली जुआ, सट्टा, शराब जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने तथा बच्चों की शिक्षा पर जोर देने पर भी बात हुई.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- विधानसभा चुनाव से पहले एकजुट होने लगे कई समाज के लोग
विधानसभा चुनाव को देखते हुए अनुसूचित जातियों ने एकजुट होकर एससी ए की बहाली एवं अपने अधिकारों की रक्षा हेतु नूंह जिले के बेंसी गांव में रविवार को महापंचायत की। महापंचायत में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद , पलवल , नूंह , गुरुग्राम , रेवाड़ी , महेंद्रगढ़ जिलों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। बैठक में फैसला लिया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने वायदे के मुताबिक उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो धरना - प्रदर्शन करने से भी करीब दर्जन भर जातियों के लोग एकजुट होकर पीछे नहीं हटेंगे। महापंचायत का आयोजन समाज कल्याण सोसायटी नूंह के सौजन्य से किया गया। सोसायटी के चैयरमेन मास्टर बदलू सिंह की अध्यक्षता में यह पंचायत हुई , जिसमें समाज में फैली बुराइयों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई।
बेंसी गांव में रविवार को बाल्मीकि , मजहबी , धानक , ओड , बाजीगर , कोरी , कौली , डेहा , मेघ , सांसी , खटीक इत्यादि बिरादरी के सैंकड़ों लोगों ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के चुनावी घोषणापत्र में अंत्योदय के तहत वायदा किया था कि हरियाणा सरकार आरक्षण का प्रस्ताव बनाकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से स्वीकृत कराकर लागू कराया जायेगा , लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। पंचायत में कहा गया कि ये जातियां आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं , इसलिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है। महापंचायत का कहना है कि पूर्व सीएम भजनलाल की सरकार ने एससी ए , बी को बराबर का लाभ दिया , लेकिन पूर्व सीएम भूपेंदर सिंह हुड्डा दोनों कैटेगरी की जातियों को बराबर कर दिया। जिससे अति वंचित व उपेक्षित अति वंचित व उपेक्षित अनुसूचित जाति ब्लॉक ए का ऐसा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। पंचायत के मुताबिक उपरोक्त समाज लगातार कमजोर हो रहे हैं , उनको उनके अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है , लेकिन अब सही वक्त आ गया , ताकि भाजपा को अपना चुनावी वायदा याद आ जाये। भाजपा ने अगर इन जातियों के लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो विधानसभा चुनाव में इन समाज के लाखों लोगों की नाराजगी महंगी पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। महापंचायत में समाज में फैली जुआ , सट्टा , शराब जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने तथा बच्चों की शिक्षा पर जोर देने पर जोर दिया गया।
बाइट;- मास्टर बालू सिंह महापंचायत अध्यक्ष एवं समाज कल्याण सोसायटी नूंह चैयरमेन
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- विधानसभा चुनाव से पहले एकजुट होने लगे कई समाज के लोग
विधानसभा चुनाव को देखते हुए अनुसूचित जातियों ने एकजुट होकर एससी ए की बहाली एवं अपने अधिकारों की रक्षा हेतु नूंह जिले के बेंसी गांव में रविवार को महापंचायत की। महापंचायत में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद , पलवल , नूंह , गुरुग्राम , रेवाड़ी , महेंद्रगढ़ जिलों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। बैठक में फैसला लिया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने वायदे के मुताबिक उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो धरना - प्रदर्शन करने से भी करीब दर्जन भर जातियों के लोग एकजुट होकर पीछे नहीं हटेंगे। महापंचायत का आयोजन समाज कल्याण सोसायटी नूंह के सौजन्य से किया गया। सोसायटी के चैयरमेन मास्टर बदलू सिंह की अध्यक्षता में यह पंचायत हुई , जिसमें समाज में फैली बुराइयों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई।
बेंसी गांव में रविवार को बाल्मीकि , मजहबी , धानक , ओड , बाजीगर , कोरी , कौली , डेहा , मेघ , सांसी , खटीक इत्यादि बिरादरी के सैंकड़ों लोगों ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के चुनावी घोषणापत्र में अंत्योदय के तहत वायदा किया था कि हरियाणा सरकार आरक्षण का प्रस्ताव बनाकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से स्वीकृत कराकर लागू कराया जायेगा , लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। पंचायत में कहा गया कि ये जातियां आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं , इसलिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है। महापंचायत का कहना है कि पूर्व सीएम भजनलाल की सरकार ने एससी ए , बी को बराबर का लाभ दिया , लेकिन पूर्व सीएम भूपेंदर सिंह हुड्डा दोनों कैटेगरी की जातियों को बराबर कर दिया। जिससे अति वंचित व उपेक्षित अति वंचित व उपेक्षित अनुसूचित जाति ब्लॉक ए का ऐसा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। पंचायत के मुताबिक उपरोक्त समाज लगातार कमजोर हो रहे हैं , उनको उनके अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है , लेकिन अब सही वक्त आ गया , ताकि भाजपा को अपना चुनावी वायदा याद आ जाये। भाजपा ने अगर इन जातियों के लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो विधानसभा चुनाव में इन समाज के लाखों लोगों की नाराजगी महंगी पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। महापंचायत में समाज में फैली जुआ , सट्टा , शराब जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने तथा बच्चों की शिक्षा पर जोर देने पर जोर दिया गया।
बाइट;- मास्टर बालू सिंह महापंचायत अध्यक्ष एवं समाज कल्याण सोसायटी नूंह चैयरमेन
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- विधानसभा चुनाव से पहले एकजुट होने लगे कई समाज के लोग
विधानसभा चुनाव को देखते हुए अनुसूचित जातियों ने एकजुट होकर एससी ए की बहाली एवं अपने अधिकारों की रक्षा हेतु नूंह जिले के बेंसी गांव में रविवार को महापंचायत की। महापंचायत में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद , पलवल , नूंह , गुरुग्राम , रेवाड़ी , महेंद्रगढ़ जिलों के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। बैठक में फैसला लिया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने वायदे के मुताबिक उनकी मांगों को जल्द नहीं माना तो धरना - प्रदर्शन करने से भी करीब दर्जन भर जातियों के लोग एकजुट होकर पीछे नहीं हटेंगे। महापंचायत का आयोजन समाज कल्याण सोसायटी नूंह के सौजन्य से किया गया। सोसायटी के चैयरमेन मास्टर बदलू सिंह की अध्यक्षता में यह पंचायत हुई , जिसमें समाज में फैली बुराइयों को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई।
बेंसी गांव में रविवार को बाल्मीकि , मजहबी , धानक , ओड , बाजीगर , कोरी , कौली , डेहा , मेघ , सांसी , खटीक इत्यादि बिरादरी के सैंकड़ों लोगों ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के चुनावी घोषणापत्र में अंत्योदय के तहत वायदा किया था कि हरियाणा सरकार आरक्षण का प्रस्ताव बनाकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से स्वीकृत कराकर लागू कराया जायेगा , लेकिन अभी तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। पंचायत में कहा गया कि ये जातियां आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं , इसलिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान है। महापंचायत का कहना है कि पूर्व सीएम भजनलाल की सरकार ने एससी ए , बी को बराबर का लाभ दिया , लेकिन पूर्व सीएम भूपेंदर सिंह हुड्डा दोनों कैटेगरी की जातियों को बराबर कर दिया। जिससे अति वंचित व उपेक्षित अति वंचित व उपेक्षित अनुसूचित जाति ब्लॉक ए का ऐसा नुकसान हुआ जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। पंचायत के मुताबिक उपरोक्त समाज लगातार कमजोर हो रहे हैं , उनको उनके अधिकारों से वंचित रखने की कोशिश हो रही है , लेकिन अब सही वक्त आ गया , ताकि भाजपा को अपना चुनावी वायदा याद आ जाये। भाजपा ने अगर इन जातियों के लोगों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो विधानसभा चुनाव में इन समाज के लाखों लोगों की नाराजगी महंगी पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। महापंचायत में समाज में फैली जुआ , सट्टा , शराब जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाने तथा बच्चों की शिक्षा पर जोर देने पर जोर दिया गया।
बाइट;- मास्टर बालू सिंह महापंचायत अध्यक्ष एवं समाज कल्याण सोसायटी नूंह चैयरमेन
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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