नूंह: विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना महामारी के प्रकोप से बचाव के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की निरंतर सलाह दे रहा है. आयुष मंत्रालय भारत सरकार भी लोगों को संतुलित भोजन और आयुष औषधियों से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एडवाइजरी जारी की है.
इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए नूंह स्वास्थ्य विभाग ने 18 डॉक्टरों को तीन महीने के कॉन्ट्रेक्ट पर नियुक्त किया है. ये डॉक्टर जिले में आयुर्वेदिक दवाइयों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. इसके अलावा जो लोग आइसोलेट हैं या कोरोना मरीज हैं. उन सभी को इन दवाइयों को दिया जा रहा है. जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े. इसके लिए जिला आयुर्वेद विभाग नूंह और नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के बीच एक एमओयू साइन हुआ है.
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जिला आयुर्वेदिक विभाग के डॉक्टर यशवीर गहलावत ने बताया कि आयुष विभाग जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव करने के लिए लोगों को आयुर्वेदिक औषधि उपलब्ध करा रहा है. इन औषधियों से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है. जिससे लोग कोरोना महामारी से जल्द छुटकारा पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. जिससे लोग स्वस्थ और रोग मुक्त हो सकते हैं.
डॉक्टर यशवीर गहलावत ने बताया कि आयुष विभाग की टीमों द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए घनवटी, संशमनी वटी, अणु तेल,आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया जा रहा है. जिला नूंह में अब तक 38 हजार लोग आयुर्वेदिक औषधियों का लाभ उठा चुके हैं. जिनमें आम नागरिक, कोरोना वॉरियर्स, विभिन्न विभागों के अधिकारी- कर्मचारी ,बुजुर्ग आदि शामिल हैं. डॉ गहलावत ने बताया कि जिले में दवा वितरण के लिए 18 डॉक्टरों की टीम गठित की गई हैं.