नूंह: हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल के पद पर साल 2019 में की गई भर्ती पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी, लेकिन करीब 4 साल के लंबे संघर्ष के बाद अब कोर्ट ने पुलिस की भर्ती पर लगी रोक को बीती देर रात हटा दिया. रोक हटने से नौकरी पाने वाले भावी महिला और पुरुष कांस्टेबलों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
नूंह जिला सचिवालय पहुंची नवनियुक्त महिला कांस्टेबल ने बातचीत के दौरान कहा कि आज कोर्ट की हरी झंडी मिलने के बाद नूंह जिले के सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में मेडिकल कराने के लिए भर्ती में कामयाब होने वाले पुरुष व महिला कांस्टेबल आए हैं. लघु सचिवालय नूंह परिसर में पुलिस के अधिकारियों ने सभी नवनियुक्त महिला और पुरुष कांस्टेबल की अटेंडेंस लगाई. उसके बाद उन्हें मेडिकल कराने के लिए सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा भेज दिया.
ये भी पढ़ें- हरियाणा पुलिस कांस्टेबल भर्ती अटकी, हाईकोर्ट ने नियुक्ति पत्र जारी करने पर लगाई रोक
नवनियुक्त महिला कांस्टेबल खुशी ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि अब उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई है. कुछ दिन बाद ही वो प्रशिक्षण के लिए अपने घरों से रवाना हो जाएंगे. जल्दी ही उनके शरीर पर खाकी वर्दी होगी. इससे ना केवल उनकी बेरोजगारी दूर होगी बल्कि हजारों घरों में खुशियां देखने को मिलेगी. खास तौर से नूंह हिंसा के बाद लगातार पुलिस बल की आवश्यकता पड़ रही थी.
हरियाणा पुलिस में लंबे समय से जवानों की कमी है. किसी भी बड़े हादसों या घटनाओं के मौके पर अर्ध सैनिक वालों के जवानों की तैनाती करनी पड़ती है. इसका ताजा उदाहरण नूंह जिला है, जहां हिंसा के बाद केंद्रीय बलों को बुलाना पड़ा. लेकिन अब तकरीबन 3 हजार से अधिक जवान हरियाणा पुलिस को मिल गए हैं. इनकी प्रशिक्षण अवधि के बाद काफी हद तक हरियाणा पुलिस में जवानों की कमी दूर होती दिखाई दे रही है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा पुलिस में चयनित महिला और पुरुष कांस्टेबल की नियुक्ति पर हाईकोर्ट ने 17 अगस्त तक लगाई रोक