नूंह: हरियाणा के नूंह जिले में तीन बड़ी परियोजनाओं को शुरू किया जा रहा है. इन परियोजनाओं में सबसे अहम दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi-Mumbai Expressway) है, जिसे जनवरी-2022 तक बनाने का टारगेट दिया गया था, लेकिन कोरोना काल में निर्माण कार्य में रुकावट और कागजी कार्रवाई में देरी की वजह से सभी विकास कार्य रुक गए.
नूंह उपायुक्त शक्ति सिंह ने जानकारी कि कोरोना की पहली लहर में तकरीबन 89 दिनों की देरी हुई थी, जिससे कामकाज प्रभावित हुआ था. इसके अलावा दूसरी लहर में भी तकरीबन 60 दिन का समय एनएचएआई द्वारा मांगा गया था, लेकिन उनके कामकाज में कुछ प्वाइंट में दिक्कत बताई गई है. जिनको जल्द ही जिला प्रशासन की तरफ से दूर कर लिया जाएगा.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण 90 हजार करोड रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि वर्तमान समय में दिल्ली से मुंबई की जो दूरी है, इस एक्सप्रेस वे से उसमें तकरीबन डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी. साथ ही दिल्ली से मुंबई का रास्ता सुगम हो जाएगा.
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एक्सप्रेस वे से नूंह की बदलेगी तस्वीर
दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे हरियाणा के नूंह जिले के तकरीबन 84 गांव की भूमि में से होकर गुजर रहा है. इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने के बाद मेवात में उद्योग धंधे लगने की पूरी संभावना है. मेवात जिले के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे एक अहम भूमिका निभा सकता है. इसलिए लोगों को इस बड़ी परियोजना के जल्दी से पूरा हो जाने की उम्मीद है.
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