नूंह: अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा में कार्यरत सफाई कर्मचारी इन दिनों खासे परेशान हैं. जून महीने के अंत में टेंडर अवधि का समाप्त हो जाना उनकी परेशानी की वजह बनी हुई है. टेंडर खत्म होने के बाद भी सफाई कर्मचारियों से पहले की तरह काम लिया जा रहा है. साथ ही काम नहीं करने पर धमकियां दी जा रही हैं कि अगर सफाई नहीं की तो उन्हें नौकरी पर नहीं रखा जाएगा.
कंपनी ने डकार लिया कर्मचारियों का पैसा!
बीआर एंड कंपनी रेवाड़ी के पास पिछले कई साल से सफाई कर्मचारियों का ठेका है. शुरू में कंपनी करीब 100 कर्मचारी लगाए थे, उसके बाद कंपनी ने कर्मचारियों का वेतन भी डकार लिया. कर्मचारियों से काम तो पूरा लिया गया, लेकिन उन्हें मेहनताना नहीं दिया गया.
कर्मचारियों में वेतन न मिलने की बेचैनी
अब टेंडर बदलने की खबर से सफाई कर्मचारियों में बेचैनी है. बेचैनी की वजह है कि उन्हें मेहनताना पूरा मिलेगा या नहीं. सफाई कर्मचारी अब ठेकेदार की मनमानी को लेकर सीएमओ डॉक्टर राजीव बातिश से मिलने की बात कह रहे हैं.