नूंह: एएसआई सोहराब खान द्वारा 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए वायरल वीडियो पर एसपी संगीता कालिया ने संज्ञान लेते पुलिसकर्मी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एसपी ने देर शाम एएसआई सोहराब खान को निलंबित (सस्पेंड) कर दिया. साथ ही मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए.
जानकारी के अनुसार नूंह खंड के चंदेनी गांव में दहेज के लिए सुसराल पक्ष के लोगों ने विवाहिता पर पेट्रोल डालकर जला दिया था. आग में बुरी तरह झुलसी विवाहिता छह दिन तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही और सातवें दिन सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया. बेरहम पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए पीड़ित परिवार से 1 लाख 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की. प्रत्येक आरोपी के खिलाफ मुकदर्मा दर्ज करने के लिए 20 हजार रुपये डिमांग रखी.
पीड़ित परिवार ने अपने सहयोगी की मदद से पुलिस द्वारा रिश्वत मांगने पर पहले 9 हजार रुपए दिए और फिर 10 हजार रुपए देते हुए वीडियो बना लिया. पुलिस की रिश्वत का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो गया. जिसमें पुलिसकर्मी पीड़ित पक्ष से दस हजार रुपए की रिश्वत लेता साफ नजर आ रहा है.
बता दें, कि पलवल जिले के गांव मंदपुरी निवासी सरजीना की शादी नूंह जिले के गांव चंदेनी निवासी इरसाद के साथ लगभग पांच वर्ष पूर्व हुई थी. शादी के बाद ही इरसाद और उसके परिजन सरजीना को कम दहेज लाने पर प्रताड़ित करने लगे अकसर उसके साथ मारपीट करते रहते थे. बीती 15 अप्रैल को सरजीना व उसके पति इरशाद के बीच कहासुनी हो गई.
उसी दिन शाम को सरजीना चूल्हे पर खाना बना रही थी. उस समय भी इरशाद ने सरजीना के साथ झगड़ा किया व मारपिटाई की. सरजीना ने विरोध किया तो पति, इरसाद, जेठ जैकम, अलीम, ससुर सरीफ व सास बस्सी ने पेट्रोल डालकर सरजीना को जला दिया और मौके से फरार हो गए. सरजीना की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे. उसके मायके वालों को फोन कर सूचना दी.
सूचना मिलते ही सरजीना के मायके वाले मौके पर पहुंचे. उसे उपचार के लिए नलहड़ मेडिकल कालेज में दाखिल कराया. विवाहिता की गंभीर हालात को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. 22 अप्रैल की सुबह सरजीना की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गई.