महेंद्रगढ़: सुषमा स्वराज के निधन पर पूरे देश में दुख का माहौल है, वहीं सुषमा स्वराज के निधन पर उनकी ननिहाल में भी मातम पसरा हुआ है. लोगों ने सुषमा स्वराज की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. गांव के लोग सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हैं.
गांव के लोग बताते हैं कि देश के विभाजन के समय सुषमा स्वराज के नाना पाकिस्तान के लाहौर में रहते थे. बाद में गांव मांदी में आ गए थे. नाना के कोई अन्य संतान नहीं थी. नाना ने ही सुषमा स्वराज को गोद ले लिए था. सुषमा स्वराज की शिक्षा नारनौल कॉलेज में पूरी हुई और बाद में एलएलबी के बाद राजनीति में कदम रखा.
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गांव में बना ठाकुर जी महाराज का मंदिर, पीने के पानी का जलाशय सब सुषमा स्वराज की ही जायदाद है. जो सुषमा स्वराज नें गांव की भलाई के लिए दे रखी है. जिले का दूसरा सीनियर सेकेंड्री स्कूल का उद्धाटन सुषमा स्वराज ने शिक्षा मंत्री रहते किया था.