महेन्द्रगढ़: अपनो पर भरोसा अब कैसे किया जाए जब अपने ही अपनों का अपहरण करवाने लग जाएं. नारनौल के निकटवर्ती गांव कोजिंदा निवासी दिनेश का अपहरण उसी के परिवार में पड़ने वाले रोहित ने ही अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर करवाया था. 22 फरवरी को नारनौल के निकटवर्ती गांव कोजिंदा निवासी 19 वर्षीय छात्र दिनेश के हुए अपहरण के मामले में नारनौल-गुरुग्राम और नूंह की सीआईए पुलिस की मदद से अपहरणकर्ताओ से छात्र को सकुशल छुड़वाने में कामयाबी हासिल मिल गई है.
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अपहरणकर्ताओ ने छात्र को छोड़ने के नाम पर एक करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की थी. बच्चे के अपहरण का मास्टर माइंड कोई ओर नहीं बल्कि अपहरण किए गए बच्चे के परिवार का ही एक लड़का शामिल निकला. बच्चे को बीते शुक्रवार को छुड़वाया गया था. नारनौल उपपुलिस अधीक्षक अमरजीत सिंह ने इसका खुलासा करते हुए शुक्रवार को पत्रकारों को जानकारी दी कि इस मामले मे मुख्य आरोपी रोहित ने गुरुग्राम में रहने वाले चार लोगों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि दिनेश का अगर हम अपहरण करते हैं तो हमे मोटी रकम मिल सकती है.
एक प्लानिंग के तहत रोहित व उसके अन्य साथियों ने 22 फरवरी को नारनौल के नजदीक गांव मंढाणा के निकट स्कूल से आते वक्त दिनेश का अपहरण कर लिया. उसे गुरुग्राम में एक स्थान पर रखा हुआ था. पुलिस अधीक्षक के अनुसार अपहरणकर्ताओ ने दिनेश के परिजनों से एक करोड़ रूपए की फिरौती की मांग की. जिस पर 12 लाख रूपए में सौदा तय हो गया. पुलिस इस दौरान अपहरणकर्ताओ पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी में थी. पुलिस ने नारनौल-गुरुग्राम व मेवात सीआईए के सहयोग से अपहरणकर्ताओ में से दो लोगो को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. अपहरण किए गए बच्चे को भी सुरक्षित बरामद कर लिया है गया है.
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