महेंद्रगढ़ः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता में सर्वाधिक अंक हासिल करने वाले दो-दो छात्रों को अंतरिक्ष एजेंसी ने चांद की सतह पर ‘चंद्रयान-2' के लैंडर ‘विक्रम' की ‘साफ्ट लैंडिंग' का सीधा नजारा देखने के लिए यहां अपने केंद्र में आमंत्रित किया है. इन छात्रों में महेंद्रगढ़ के नारनौल की बेटी गरीमा भी शामिल है.
नारनौल की बेटी गरीमा को मिला मौका
मूल रूप से मौहल्ला बिढाट गांव के निवासी पवन शर्मा की बेटी गरिमा 7 सितंबर को बैंगलोर के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग देखेगी. गरिमा नौंवी कक्षा की छात्रा है जो केंद्रीय विद्यालय चुरू में अध्ययनरत है. गरिमा का 25 अगस्त को इसरो इंडियन स्पेस रिसर्च ऑगेर्नाइजेशन द्वारा आयोजित ऑनलाइन क्विज पर प्रतियोगिता में भाग लेने पर चयन हुआ है.
ऑनलाइन क्वित प्रतियोगिता के जरिए चयन
चंद्रमा पर चंद्रयान-2 की लैंडिंग को बच्चों के साथ सांझा करने और विज्ञान के प्रति लोगो की रुचि बरकरार रखने के लिए केंद्र सरकार ने ऑनलाइन क्विज करवाई. इसमें भाग लेने वाले प्रत्येक राज्य व केंद्र शासित प्रदेश से दो-दो बच्चों का चयन किया गया. गरिमा के दादा पूर्व मुख्याध्यापक रत्तन लाल शर्मा ने बताया कि गरिमा शुरू से ही होनहार छात्रा है. गरिमा की माता स्नेहलता भी केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका है। 600 सेकेंड में 20 प्रश्नों के उत्तर मांगे गए थे जिसमें गरिमा ने 400 सेकंड में जवाब दिए. 5 अगस्त को ऑनलाइन हुई इस प्रतियोगिता में कक्षा 8वीं से 10वीं तक के बच्चों ने भाग लिया था. केंद्रीय विद्यालय की गरिमा ने बताया कि ऑनलाइन क्विज में 600 सेकंड में 20 प्रश्नों के उत्तर देने थे. जिसमें से गरीमा ने 400 सेकेंड में सभी प्रश्नों के जवाब दिए थे.
कब और कहां होगी लैंडिग?
चंद्रयान 2 के भारत के मिशन को लेकर अब तक कई अपडेट्स आ चुकी हैं. कुछ ही दिनों में चंद्रयान 2 चांद पर लैंड करने वाला है. चांद पर चंद्रयान 2 की लैडिंग को बेंगलुरु में 7 सितम्बर को देखा जाएगा. चंद्रयान 2 स्पेसक्राफ्ट ने सफलतापूर्वक 20 अगस्त को लूनर ऑर्बिट में प्रवेश कर लिया था. भारत का दूसरा बड़े मून मिशन चंद्रयान 2 ने 1 सितम्बर को अगले लूनर ऑर्बिट में प्रवेश किया. इसके बाद रविवार को स्पेसक्राफ्ट फाइनल ऑर्बिट में प्रवेश किया. ये मून के सरफेस से लूनर पोल के ऊपर सेसे करीब 100km की दूरी पर निकला था. वहीं विक्रम लैंडर 2 सितम्बर को ऑर्बिटर से अलग हुआ. इसके बाद 7 सितम्बर 2019 को यह मून के साऊथ पोलर रीजन में सॉफ्ट लैंड करेगा.