ETV Bharat / state

महेंद्रगढ़ः मत्स्य पालन विभाग देगा बेरोजगारों को प्रशिक्षण, ऐसे करें आवेदन

मत्स्य पालन विभाग देगा बेरोजगारों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण. प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन 100 रुपए भत्ता व आने-जाने का किराया दिया जायेगा.

मत्स्य पालन विभाग देगा बेरोजगारों को 10 दिवसीय प्रशिक्षण
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 11:10 AM IST

Updated : Jul 13, 2019, 12:13 PM IST

महेंद्रगढ़: नारनौल में मत्स्य पालन विभाग की ओर से 'फॉर दा वेलफेयर ऑफ शेड्यूल कास्ट फेमिली इन फिसरीज स्कीम' के तहत बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके तहत अनुसूचित जाति के बेरोजगार लोगों को 10 दिनों के लिए मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके लिए विभाग द्वारा आवेदन निकाले गए हैं.

यहां करें आवेदन

इच्छुक उम्मीदवार 18 जुलाई तक जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय नारनौल, अतिरिक्त मत्स्य अधिकारी महेंद्रगढ़, सहायक मत्स्य अधिकारी कनीना के कार्यालय में और सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. जिला मत्स्य अधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार को प्रशिक्षण के दौरान 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से प्रशिक्षण भत्ता दिया जाएगा. अधिकतम 100 रुपए आने जाने का किराया व अन्य लाभ का वितरण किया जाएगा.

क्लिक कर वीडियो देखें

ऐसे मिलेगी सरकारी सहायता

अनिल गुप्ता ने बताया कि मछली पालन के लिए पट्टे पर लिए गए तालाबों पर वित्तीय सहायता दी जाती है. प्रथम वर्ष पट्टा राशी 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर अथवा वास्तविक पट्टा राशि का 50 प्रतिशत दोनों में से जो भी कम हो तथा जिसकी अधिकतम सीमा 2 लाख रुपए हो. मछली मंडियों में सरकार द्वारा स्थापित दुकान व प्राइवेट दुकान किराए पर लेने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है. जाल खरीद पर अनुदान के लिए मत्स्य पालकों को 15 हजार रुपए की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है.

अधिसूचित जगहों में मछली पकड़ने के ठेके पर अनुदान स्वीकृत कुल बोली का 25 प्रतिशत अथवा 4 लाख रुपए अधिकतम सीमा हो. इसके अलावा मत्स्यक पालकों को खाद खुराक पर वित्तीय सहायता अनुदान राशि 60 प्रतिशत की दर से 90 हजार रुपए प्रति प्रदान किया जाएगा. इसकी अधिकतम सीमा 1 लाख 80 हजार रुपए है

रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी पर अनुदान:

लघु एवं मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई पर भी अनुदान दिया जाता है. अनुसूचित जाति से संबंधित व्यक्तियों द्वारा निजी जमीन पर लघु साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई सीमित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से 12500 रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा.

मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई स्थापित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा. जिला मत्स्य अधिकारी ने सभी अनुसूचित जाति के लोगों से आह्वान किया कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठायें.

महेंद्रगढ़: नारनौल में मत्स्य पालन विभाग की ओर से 'फॉर दा वेलफेयर ऑफ शेड्यूल कास्ट फेमिली इन फिसरीज स्कीम' के तहत बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके तहत अनुसूचित जाति के बेरोजगार लोगों को 10 दिनों के लिए मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिसके लिए विभाग द्वारा आवेदन निकाले गए हैं.

यहां करें आवेदन

इच्छुक उम्मीदवार 18 जुलाई तक जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय नारनौल, अतिरिक्त मत्स्य अधिकारी महेंद्रगढ़, सहायक मत्स्य अधिकारी कनीना के कार्यालय में और सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. जिला मत्स्य अधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार को प्रशिक्षण के दौरान 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से प्रशिक्षण भत्ता दिया जाएगा. अधिकतम 100 रुपए आने जाने का किराया व अन्य लाभ का वितरण किया जाएगा.

क्लिक कर वीडियो देखें

ऐसे मिलेगी सरकारी सहायता

अनिल गुप्ता ने बताया कि मछली पालन के लिए पट्टे पर लिए गए तालाबों पर वित्तीय सहायता दी जाती है. प्रथम वर्ष पट्टा राशी 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर अथवा वास्तविक पट्टा राशि का 50 प्रतिशत दोनों में से जो भी कम हो तथा जिसकी अधिकतम सीमा 2 लाख रुपए हो. मछली मंडियों में सरकार द्वारा स्थापित दुकान व प्राइवेट दुकान किराए पर लेने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है. जाल खरीद पर अनुदान के लिए मत्स्य पालकों को 15 हजार रुपए की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है.

अधिसूचित जगहों में मछली पकड़ने के ठेके पर अनुदान स्वीकृत कुल बोली का 25 प्रतिशत अथवा 4 लाख रुपए अधिकतम सीमा हो. इसके अलावा मत्स्यक पालकों को खाद खुराक पर वित्तीय सहायता अनुदान राशि 60 प्रतिशत की दर से 90 हजार रुपए प्रति प्रदान किया जाएगा. इसकी अधिकतम सीमा 1 लाख 80 हजार रुपए है

रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी पर अनुदान:

लघु एवं मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई पर भी अनुदान दिया जाता है. अनुसूचित जाति से संबंधित व्यक्तियों द्वारा निजी जमीन पर लघु साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई सीमित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से 12500 रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा.

मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई स्थापित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा. जिला मत्स्य अधिकारी ने सभी अनुसूचित जाति के लोगों से आह्वान किया कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठायें.

Intro:मत्स्य पालन विभाग देगा बेरोजगारों को प्रशिक्षण, 18 तक करें आवेदन

10 दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन 100 रुपए भत्ता व आने-जाने का किराया


नारनौल। मत्स्य पालन विभाग की फार दा वेलफेयर आॅफ शेडयूल कास्ट फेमिली इन फिसरीज स्कीम के तहत अनुसूचित जाति के बेरोजगार लोगों को 10 दिन के मत्स्य प्रशिक्षण के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक उम्मीदवार 18 जुलाई तक जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय नारनौल, अतिरिक्त मत्स्य अधिकारी महेंद्रगढ़, सहायक मत्स्य अधिकारी कनीना के कार्यालय में व सरल पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। यह जानकारी देते हुए जिला मत्स्य अधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार को प्रशिक्षण के दौरान 100 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से प्रशिक्षण भत्ता दिया जाएगा तथा अधिकतम 100 रुपए आने जाने का किराया व अन्य लाभ का वितरण किया जाएगा।




Body:उन्होंने बताया कि मछली पालन के लिए पट्टे पर लिए गए तालाबों पर वित्तीय सहायता दी जाती है। प्रथम वर्ष पट्टा राशी 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर अथवा वास्तविक पट्टा राशि का 50 प्रतिशत दोनों में से जो भी कम हो तथा जिसकी अधिकतम सीमा 2 लाख रुपए हो। मछली मंडियों में सरकार द्वारा स्थापित दुकान व प्राइवेट दुकान किराए पर लेने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। इसमें मछली की थोक बिक्री के लिए दुकान किराए पर लेने के लिए किराए का 50 प्रतिशत की दर से अथवा 5 हजार रुपए प्रति माह की दर से दोनों में से जो भी कम हो एवं मछली की परचून बिक्री के लिए दुकान के किराए की 50 प्रतिशत की दर से अथवा 3 हजार रुपए प्रति माह की दर से दी जाती है। इसी प्रकार जाल खरीद पर अनुदान के लिए मत्स्य पालकों को 15 हजार रुपए की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है। अधिसूचित पानियों में मछली पकड़ने के ठेके पर अनुदान स्वीकृत कुल बोली का 25 प्रतिशत अथवा 4 लाख रुपए अधिकतम सीमा हो। इसके अलावा मत्स्यक पालकों को खाद खुराक पर वित्तीय सहायता अनुदान राशि 60 प्रतिशत की दर से 90 हजार रुपए प्रति प्रदान किया जाएगा। इसकी अधिकतम सीमा 1 लाख 80 हजार रुपए है। उन्होंने बताया कि तालाब सुधार पर 30 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति से संबंधित गांव में पंचायती भूमि का पंचायत से प्रस्ताव लेकर तालाब सुधार करवाया जाएगा जिस पर 2 लाख रुपए प्रति खर्चा जाएगा।


Conclusion:रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी पर अनुदान

लघु एवं मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई पर भी अनुदान दिया जाता है। अनुसूचित जाति से संबंधित व्यक्तियों द्वारा निजी जमीन पर लघु साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई सीमित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से 12500 रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा। मध्य साइज की रंगीन मछलियों की बैक्यार्ड हैचरी की इकाई स्थापित करने पर विभाग द्वारा 50 प्रतिशत की दर से एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति को अनुदान दिया जाएगा। जिला मत्स्य अधिकारी ने सभी अनुसूचित जाति के लोगों से आह्वान किया कि वे इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

बाईट: अनिल गुप्ता, जिला मत्स्य अधिकारी, नारनौल।
Last Updated : Jul 13, 2019, 12:13 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.