कुरुक्षेत्र: गुरुग्राम में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों के खिलाफ कार्रवाई पर कुरुक्षेत्र जिले के राजस्व विभाग के अधिकारी एकजुट हुए और उन्होंने कुरुक्षेत्र की अतिरिक्त उपायुक्त को ज्ञापन दिया. इस ज्ञापन के जरिए सरकार से एकतरफा कार्रवाई ना करने की मांग की है.
मीडिया से बातचीत में शाहबाद तहसीलदार टीटीआर गौतम ने कहा कि वे गुरुग्राम के तहसीलदार और नायब तहसीलदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, उन्हें निलंबित करने और उनके खिलाफ दायर चार्जशीट के खिलाफ रोष व्यक्त करने आए हैं. सरकार की ओर से की जा रही ये कार्रवाई गलत है.
उन्होंने कहा कि आरोपियों का निलंबन रद्द होना चाहिए और उनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर भी विड्रॉ होनी चाहिए. सरकार को पहले विभागीय इनक्वायरी करा लेनी चाहिए. अगर ये लोग विभागीय इनक्वायरी में दोषी निकले तो इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि रजिस्ट्री करने वाले तहसीलदारों/नायब तहसीलदारों ने गलत किया है, तो सिर्फ इनके खिलाफ ही कार्रवाई क्यों? रजिस्ट्री कराने वाले कॉलोनाइजर और अन्य उपभोक्ताओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
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बता दें कि, रजिस्ट्रियों में गड़बड़ी को लेकर गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, अंबाला और करनाल की सबसे ज्यादा शिकायतें आ रही थीं. शिकायतों में सरकार को बताया गया कि अधिकारियों से मिलीभगत कर अवैध कॉलोनियां काट दी गई और फिर इन संपत्तियों की रजिस्ट्री की गई. कई जिलों में अनाधिकृत कॉलोनियों के प्लाटों और मकानों की रजिस्ट्री अधिकारियों ने कर दी है. शिकायत मिलने के बाद हरियाणा सरकार ने 15 अगस्त तक प्रदेश में जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी. इसी मामले में सरकार की ओर से तहसीलदार और नायब तहसीलदारों पर कार्रवाई की गई है.