कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शानदार झलकियां देखने को मिल रही है. गीता महोत्सव में लगी प्रदर्शनी पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं. वहीं इस मेले में कुछ ऐसे कलाकार भी हैं जो कि जेल में बैठकर भी अपनी कला को लोगों के बीच पहुंचा रहे हैं. इस मेले में कैदी खुद तो अपना सामान नहीं बेच रहे मगर उनके सामान की भी प्रदर्शनी भी लगी है.
मेले में लोगों की पसंद के मुताबिक दिख भी रहा है. इस गीता जयंती में कुरुक्षेत्र जेल की तरफ से हरियाणा जिले के सभी जेलों से कलाकारों की तरफ से बनाई गई. पेंटिंग्स और लकड़ी का बनाया हुआ सामान भी आकर्षक का केंद्र बना हुआ है. इन कैदियों की तरफ से बनाई गई मन मोह लेने वाली पेंटिंग भी लोगों को लुभा रही हैं.
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पेंटिंग्स पर बनाने वाले कैदी का नाम और जिला भी अंकित किया गया है. इनमें से कुछ पेंटिंग बेचने के लिए यहां रखी गई है और कुछ प्रदर्शनी के लिए यहां रखी गई हैं. पेंटिंग स्टॉल पर खड़े सिपाही ने बताया कि यहां कला को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी तो लगाई गई है पर यह प्रदर्शनी लोगों की सोच बदलने काफी काम कर रही है. सिपाही का कहना था कि जेल में बंद और कैदी अपराधी नहीं होता, लोग उसे एक अपराधी की नजर से ना देखें वह कलाकार और एक अच्छा कारीगर भी हो सकता है.