कुरुक्षेत्र/भिवानी: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. पहलवानों के समर्थन में आज नए संसद भवन के बाहर विभिन्न संगठनों ने महापंचायत का ऐलान किया है. वहीं, दिल्ली कूच कर रहे किसानों को पुलिस ने भिवानी में गिरफ्तार किया है. इसके अलावा कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को हिरासत में लिया गया है.
गुरनाम सिंह चढूनी ने हिरासत में लिए जाने का वीडियो जारी किया है. इसके साथ-साथ भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश बैंस को भी हाउस अरेस्ट किया गया है. उनका कहना है कि कई कार्यकर्ता जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, उन्हें हाउस अरेस्ट या हिरासत में लिया गया है.
इसके साथ-साथ अखिल भारतीय सर्व खाप महिला महापंचायत की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष दहिया को भी हाउस अरेस्ट किया गया है. दरअसल दिल्ली जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के चलते भारतीय किसानों और खापों ने ऐलान किया था कि पहलवानों के समर्थन में वे 28 तारीख को वह जंतर-मंतर पहुंचेंगे. दूसरी ओर आज देश के नए संसद भवन विस्टा का प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटन किया है. जिसके चलते किसान यूनियन के नेताओं और खाप नेताओं को हिरासत में लिया गया है.
बता दें कि पहलवानों के समर्थन में नए संसद भवन के बाहर होने वाले महापंचायत में पहुंचने वाले किसान एवं अन्य संगठन के नेताओं को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि विभिन्न संगठनों ने महापंचायत का समर्थन किया है.
खिलाड़ियों के समर्थन में दिल्ली कूच कर रहे किसानों को पुलिस ने किया गिरफ्तार: दिल्ली कूच कर रहे किसान सभा के सदस्यों को भिवानी पुलिस ने गिरफ्तार कर घरों में नजरबंद कर दिया. इसके बाद किसान सभा के सदस्यों में खासा रोष है. इस दौरान दिल्ली कूच कर रहे करीबन 34 किसान एवं महिलाओं को गिरफ्तर कर लोहारू थाना में ले जाया गया है.
पुलिस की इस कार्यप्रणाली की निंदा करते हुए ओमप्रकाश एवं कमल प्रधान ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार महिला पहलवानों के कथित यौन शोषण करने वालों को बचाने के लिए जनता के साथ तानाशाही और उत्पीड़न पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण आंदोलन को पुलिस की मदद से कुचलने का हथकंडा अपना रही है.
कुंडली बॉर्डर पर बैठे किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया: नई संसद भवन के सामने महापंचायत को लेकर हरियाणा पंजाब और राजस्थान के सैकड़ों की संख्या में किसान दिल्ली कुछ कर रहे थे. लेकिन, हरियाणा पुलिस ने उन्हें कुंडली बॉर्डर पर ही रोक लिया. जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका तो किसान नेशनल हाईवे-44 पर ही बैठ गए. जिसके बाद पुलिस बल ने उन्हें एक-एक कर हिरासत में लिया और बस में बिठा कर अलग-अलग थानों में भेज दिया.
नेशनल हाईवे-44 पुलिस और किसानों के बीच में चल रही यह तीखी नोकझोंक इसलिए है कि ताकि किसान दिल्ली के जंतर मंतर पर किसानों के समर्थन में आयोजित महापंचायत में पहुंच सके. लेकिन, हरियाणा पुलिस ने इन्हें कुंडली बॉर्डर से आगे नहीं निकलने दिया और जब पुलिस इन्हें रोक रही थी तो यह कुछ देर के लिए नेशनल हाईवे-44 पर धरने पर बैठ गए.
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