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कुरूक्षेत्र में आज से रत्नावली महोत्सव 2019, 2 हजार से ज्यादा कलाकार लेंगे हिस्सा - रत्नावली महोत्सव 2019 कुरुक्षेत्र

रत्नावली महोत्सव 2019 आज से कुरूक्षेत्र में शुरू हो रहा है. महोत्सव में इस बार 2 हजार से भी ज्यादा कलाकार हिस्सा लेंगे. जबकि 47 टीमें अब तक ऑनलाइन पंजीकरण करा चुकी हैं.

2 नवंबर से होगा रत्नावली महोत्सव 2019 का आगाज
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Published : Nov 1, 2019, 10:07 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 11:45 PM IST

कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आज रत्नावली महोत्सव 2019 का आगाज होगा. विश्वविद्यालय में हर साल रत्नावली महोत्सव का आयोजन होता है. रत्नावली महोत्सव 2 नवंबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चलेगा. महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया करेंगे.

2 हजार कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि रत्नावली की यात्रा 34वें साल में प्रवेश कर गई है. इस साल रत्नावली में 30 विधाओं में 2000 से ज्यादा कलाकार 6 अलग-अलग मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे सकेंगे और चार दिन तक अपनी प्रस्तुतियां देकर हरियाणवी संस्कृति के रंग बिखेरेंगे.

2 नवंबर से शुरू होगा रत्नावली महोत्सव

हरियाणवी कला और शिल्प से रुबरु होंगे दर्शक
हरियाणा की कला और शिल्प को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए इस बार हरियाणा शिल्प ग्राम पंडाल बनाया गया है. जिसमें युवा हरियाणा की कला और शिल्प से रूबरू हो सकेंगे. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो.तेजेन्द्र शर्मा ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग पिछले 3 दशकों से हरियाणा की कला और संस्कृति को नई पहचान देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. इस साल रत्नावली महोत्सव में हरियाणवी ऑर्केस्ट्रा, सोलो डांस, हरियाणवी कोरियोग्राफी, रागिनी प्रतियोगिता, ग्रुप सांग, मोनो एक्टिंग, ग्रुप डांस जैसी प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगी.

ये भी पढ़िए: सरकार ना बना पाने को लेकर छलका हुड्डा का दर्द, कहा - पहले कमान मिलती तो कुछ और होते नतीजे

47 टीमों ने करवाया अब तक ऑनलाइन पंजीकरण
रत्नावली महोत्सव 2019 को लेकर जोश और उत्साह युवा कलाकारों में देखा जा सकता है. अब तक 47 से ज्यादा टीमों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए अपना पंजीकरण करवाया है. प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कहा जिन टीमों ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है वो ही प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगी.

350 वालिंटियर संभालेंगे रत्नावली की कमान
रत्नावली को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग ने इस बार 350 से ज्यादा वालंटियर्स की टीम बनाई है. इस टीम की देखरेख में ही पूरे सांस्कृतिक महोत्सव को आयोजित किया जाएगा. हर बार की तरह वालंटियर रत्नावली की विशेष वेशभूषा में इस सांस्कृतिक उत्सव का नेतृत्व करेंगे.

कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आज रत्नावली महोत्सव 2019 का आगाज होगा. विश्वविद्यालय में हर साल रत्नावली महोत्सव का आयोजन होता है. रत्नावली महोत्सव 2 नवंबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चलेगा. महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया करेंगे.

2 हजार कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि रत्नावली की यात्रा 34वें साल में प्रवेश कर गई है. इस साल रत्नावली में 30 विधाओं में 2000 से ज्यादा कलाकार 6 अलग-अलग मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे सकेंगे और चार दिन तक अपनी प्रस्तुतियां देकर हरियाणवी संस्कृति के रंग बिखेरेंगे.

2 नवंबर से शुरू होगा रत्नावली महोत्सव

हरियाणवी कला और शिल्प से रुबरु होंगे दर्शक
हरियाणा की कला और शिल्प को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए इस बार हरियाणा शिल्प ग्राम पंडाल बनाया गया है. जिसमें युवा हरियाणा की कला और शिल्प से रूबरू हो सकेंगे. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो.तेजेन्द्र शर्मा ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग पिछले 3 दशकों से हरियाणा की कला और संस्कृति को नई पहचान देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. इस साल रत्नावली महोत्सव में हरियाणवी ऑर्केस्ट्रा, सोलो डांस, हरियाणवी कोरियोग्राफी, रागिनी प्रतियोगिता, ग्रुप सांग, मोनो एक्टिंग, ग्रुप डांस जैसी प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगी.

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47 टीमों ने करवाया अब तक ऑनलाइन पंजीकरण
रत्नावली महोत्सव 2019 को लेकर जोश और उत्साह युवा कलाकारों में देखा जा सकता है. अब तक 47 से ज्यादा टीमों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए अपना पंजीकरण करवाया है. प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कहा जिन टीमों ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है वो ही प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगी.

350 वालिंटियर संभालेंगे रत्नावली की कमान
रत्नावली को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग ने इस बार 350 से ज्यादा वालंटियर्स की टीम बनाई है. इस टीम की देखरेख में ही पूरे सांस्कृतिक महोत्सव को आयोजित किया जाएगा. हर बार की तरह वालंटियर रत्नावली की विशेष वेशभूषा में इस सांस्कृतिक उत्सव का नेतृत्व करेंगे.

Intro:2 से 5 नवम्बर के बीच 4 दिवसीय रत्नावली महोत्सव जलशक्ति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय, राज्यमंत्री रत्नलाल कटारिया होंगे रत्नावली के उद्घाटन समारोह के मुख्यातिथि, समापन समारोह में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा होंगे मुख्यातिथि
30विधाओं में 2000 से अधिक कलाकार 6 मंचों पर देंगे अपनी प्रस्तुतियां
2 से 5 नवम्बर के बीच 4 दिवसीय रत्नावली महोत्सव में हरियाणा राज्य के विभिन्न जिलों के कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुतियां
कुरुक्षेत्र 1 नवम्बर। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. पवन शर्मा ने कहा है कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक महाकुम्भ रत्नावली- 2019, 2 से 5 नवम्बर तक आयोजित किया जायेगा, जिसका उद्घाटन जलशक्ति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय, राज्यमंत्री रत्नलाल कटारिया करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा के निर्देशानुसार इस महोत्सव का कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हर वर्ष की तरह भव्य तरीके से आयोजन किया जाएगा। वे शुक्रवार को सीनेट हॉल में पत्रकारवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि रत्नावली की यात्रा 34वें वर्ष में प्रवेश कर गई है। इस वर्ष रत्नावली में 30 विधाओं में 2000 से अधिक कलाकार 6 अलग-अलग मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे सकेंगे व चार दिन तक अपनी प्रस्तुतियां देकर हरियाणवी संस्कृति के विविध आयामी रंग बिखेरेंगे।
         उन्होंने कहा कि रत्नावली महोत्सव हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की पहचान है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पिछले 34 वर्षो से इस महोत्सव का आयोजन राज्य स्तरीय कार्यक्रम के रूप में करता रहा है।          गांव की अवधारणा रत्नावली के माध्यम से दुनिया के कोने-कोने में पहुंचे उस दिशा में भी प्रयास किए गए हैं।
हरियाणा की कला एवं शिल्प को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए इस बार हरियाणा शिल्प ग्राम पंडाल बनाया गया है जिसमें युवा हरियाणा की कला एवं शिल्प से रूबरू हो सकेंगे। हरियाणा के प्राचीन गांव व उनकी अवधारणा को इस बार देखना है तो रत्नावली उसके लिए सबसे सुनहरा अवसर है। युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग ने इस बार हरियाणा शिल्प ग्राम को प्रमुखता से जन-जन पहुंचाने के लिए यह प्रयास शुरु किए हैं। गांव की अवधारणा को धरोहर में संजोने के बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने रत्नावली के माध्यम से भी इसे हर वर्ष जीवंत करने का निर्णय लिया है।
         कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कहा कि कि युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग पिछले 3 दशकों से हरियाणा की कला एवं संस्कृति को नई पहचान देने व उसे अगली पीढ़ी को देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इस वर्ष का रत्नावली महोत्सव विशेष रहेगा इस कार्यक्रम के तहत इस वर्ष हरियाणवी आर्केस्ट्रा,, सोलो डांस, हरियाणवी कोरियोग्राफी, सांग प्रतियोगिता, रागिनी प्रतियोगिता, ग्रुप सांग, मोनो एक्टिंग, ग्रुप डॉंस रसिया जैसी प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगी। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में गतका की विशेष प्रस्तुति रत्नावली के मंच के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने हरियाणा के सभी कला प्रेमियों से आह्वान किया है कि वे 2 से 5 नवम्बर के बीच इस उत्सव में भाग लेकर हरियाणा की कला एवं संस्कृति का भरपूर आनंद उठाएं।
         उन्होंने बताया कि 2 नवम्बर को आडिटोरियम हॉल में हरियाणवी कोरियोग्राफी, हरियाणवी रीति-रिवाज, पाप सांग हरियाणवी, आरके सदन में हरियाणवी भजन, ड्यूट रागिनी, ओपन एयर थियेटर में सोलो डांस पुरूष, रागिनी, सीनेट हाल में डेक्लामेशन, हरियाणवी पगडी खुला मंच पर सांग प्रोफेशनल व क्रश हाल में बोहिया, फुलझड़ी, इंडी, पिड्डा,बंदरवाल प्रतियोगिता होगी।
         उन्होंने बताया कि 3 नवम्बर को आडिटोरियम हाल में फोक कास्ट्यूम, हरियाणवी आर्केस्ट्रा, सोलो डांस, आरके सदन में हरियाणवी लोकगीत, मोनो एक्टिंग, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी स्किट तथा टीट-बिट, सीनेट हाल में हरियाणवी क्विज, शार्ट फिल्म हरियाणवी, खुला मंच में सांग प्रतियोगिता तथा क्रश हॉल में ओल्ड एंटिक हरियाणवी की प्रदर्शनी आयोजित होगी।
         4 नवम्बर को आडिटोरियम हॉल में चौपाल, ग्रुप डॉंस रसिया तथा संगीत संध्या, आरके सदन में ग्रुप सांग हरियाणवी, हरियाणवी फाक डांस, इंस्ट्ररूमेंटल सोलो, ओपन एयर थियेटर में हरियाणवी वन एक्ट प्ले, सीनेट हाल में कविता पाठ प्रतियोगिता, हरियाणवी क्विज, खुला मंच प्रतियोगिता में सांग प्रतियोगिता, क्रश हाल में ऑन द स्पाट पेंटिंग व एक्सीबिशन आफ पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
         5 नवम्बर को आडिटोरियम हाल में ग्रुप डांस हरियाणवी, ओपन एयर थियेटर में रागिनी प्रतियोगिता, खुला मंच में डे पफोर्मर प्रेजेंटेशन तथा क्रश हॉल में क्रश हाल में बोहिया, फुलझड़ी, इंडी, पिड्डा,बंदरवाल प्रतियोगिता होगी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हरियाणवी कोरियोग्राफी को हरियाणवी गजल की जगह एक नई विधा के रूप में शामिल किया गया है। पहली बार दर्शकों को रत्नावली के मंच से हरियाणवी कोरियोग्राफी के रंग देखने को मिलेंगे व धमाल मंच भी विशेष आकर्षण का केन्द्र होगा।
इस अवसर पर युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के उप-निदेशक डॉ. हितेन्द्र त्योगी, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. हरविन्द्र राणा व बड़ी संख्या में मीडिया कर्मी व विद्यार्थी मौजूद थे।

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47 टीमों ने करवाया अब तक आनलाइन पंजीकरण
रत्नावली महोत्सव 2019 को लेकर जोश व उत्साह युवा कलाकारों में देखा जा सकता है। अब तक 47 से अधिक टीमों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं ने अपना पंजीकरण करवाया है। प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कहा जिन टीमों ने आनलाइन पंजीकरण करवाया है वे ही प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगी।
350 वालिंटियर संभालेंगे रत्नावली की कमान
रत्नावली को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग ने इस बार 350 से अधिक वालंटियर की टीम बनाई है। इस टीम की देखरेख में ही पूरे सांस्कृतिक महोत्सव को आयोजित किया जाएगा। हर बार की तरह वालंटियर रत्नावली की विशेष वेशभूषा में इस सांस्कृतिक उत्सव का नेतृत्व करेंगे।

बाईट:-पवन शर्मा प्रोफेसरBody:1Conclusion:1
Last Updated : Nov 1, 2019, 11:45 PM IST
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