कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आज रत्नावली महोत्सव 2019 का आगाज होगा. विश्वविद्यालय में हर साल रत्नावली महोत्सव का आयोजन होता है. रत्नावली महोत्सव 2 नवंबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चलेगा. महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया करेंगे.
2 हजार कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि रत्नावली की यात्रा 34वें साल में प्रवेश कर गई है. इस साल रत्नावली में 30 विधाओं में 2000 से ज्यादा कलाकार 6 अलग-अलग मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां दे सकेंगे और चार दिन तक अपनी प्रस्तुतियां देकर हरियाणवी संस्कृति के रंग बिखेरेंगे.
हरियाणवी कला और शिल्प से रुबरु होंगे दर्शक
हरियाणा की कला और शिल्प को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए इस बार हरियाणा शिल्प ग्राम पंडाल बनाया गया है. जिसमें युवा हरियाणा की कला और शिल्प से रूबरू हो सकेंगे. कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो.तेजेन्द्र शर्मा ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग पिछले 3 दशकों से हरियाणा की कला और संस्कृति को नई पहचान देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है. इस साल रत्नावली महोत्सव में हरियाणवी ऑर्केस्ट्रा, सोलो डांस, हरियाणवी कोरियोग्राफी, रागिनी प्रतियोगिता, ग्रुप सांग, मोनो एक्टिंग, ग्रुप डांस जैसी प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगी.
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47 टीमों ने करवाया अब तक ऑनलाइन पंजीकरण
रत्नावली महोत्सव 2019 को लेकर जोश और उत्साह युवा कलाकारों में देखा जा सकता है. अब तक 47 से ज्यादा टीमों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए अपना पंजीकरण करवाया है. प्रो. तेजेन्द्र शर्मा ने कहा जिन टीमों ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है वो ही प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगी.
350 वालिंटियर संभालेंगे रत्नावली की कमान
रत्नावली को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के युवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग ने इस बार 350 से ज्यादा वालंटियर्स की टीम बनाई है. इस टीम की देखरेख में ही पूरे सांस्कृतिक महोत्सव को आयोजित किया जाएगा. हर बार की तरह वालंटियर रत्नावली की विशेष वेशभूषा में इस सांस्कृतिक उत्सव का नेतृत्व करेंगे.