कुरुक्षेत्र: गोताखोर परगट सिंह से फिरौती (pargat singh ransom case) मांगने के मामले में कुरुक्षेत्र पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. देविंदर बंबीहा ग्रुप के नाम से आरोपी ने परगट सिंह से पांच लाख की फिरौती मांगी गई थी. फिरौती नहीं देने पर परगट सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी. गिरफ्तार आरोपी की पहचान नवजोत सिंह के रूप में हुई है. जो पहलवान कॉलोनी तरावड़ी करनाल का रहने वाला है.
सीआईए-1 के इंचार्ज मलकित सिंह ने बताया कि दो दिन पहले गोताखोर परगट सिंह को उसके व्हाट्सएप पर अंजान नम्बर से धमकी भरा मैसेज आया था. मैसेज भेजने वाले ने खुद को देविंदर बंबीहा ग्रुप (devinder bambiha group) का सदस्य बताया और परगट सिंह से 5 लाख रुपये फिरौती की डिमांड की. फिरौती की रकम नहीं देने पर आरोपी ने परगट सिंह को जान से मारने की धमकी धी. मैसेज में आरोपी ने परगट सिंह को गंदी गालियां भी दी. जिसकी शिकायत कुरुक्षेत्र थाने में दर्ज की गई.
कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने मामले की जांच सीआईए-1 की टीम को सौंपी. जिसके बाद सीआईए-1 टीम ने गोताखोर परगट सिंह से फिरौती मांगने के आरोपी नवजोत सिंह को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि उसने अपने चचेरे भाई को फंसाने के लिए ये योजना बनाई थी. सीआईए-1 प्रभारी निरिक्षक मलकीत सिंह ने बताया कि पुलिस जांच से पता चला है कि आरोपी नवजोत सिंह कनाडा में रहने वाले अपने चचेरे भाई गुरचरण सिंह से रंजिश रखता है.
इस रंजिश के कारण उसने एक एप्लीकेशन के जरिये फर्जी नम्बर बनाया. जिसके बाद आरोपी ने फेसबुक से परगट सिंह का नम्बर निकाला और देविंदर बंबीहा ग्रुप का सदस्य बताकर परगट सिंह से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी. अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि आरोपी के सच में देविंदर बंबीहा ग्रुप के साथ कोई संबंध है या नहीं. पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि परगट सिंह को धमकी देकर किस तरह वो अपने चचेरे भाई को फंसाना चाहता था. फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है.
आपको बता दें समाज सेवी परगट सिंह पिछले 23 साल से नहर व तालाब में डूबे हुए इंसानों को बचाने का काम कर रहे. जिन लोगों की मौत नहर में डूबने से हो जाती है उन लोगों को वह दूरदराज के क्षेत्र में जाकर बाहर निकालने का काम फ्री में करते हैं. आज तक वह 15000 से ज्यादा शव नहर व तालाब से बाहर निकाल चुके हैं. जबकि करीब 3 हजार लोगों को पानी में डूबने से बचा चुके हैं. परगट सिंह समाज सेवा का ये काम मुफ्त में करते हैं. खुद के अलावा उन्होंने अपने पूरे परिवार को साथ में जोड़ा हुआ है.