कुरुक्षेत्र: अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होनी है. इससे पहले-पहले अनाज मंडियों में सभी तैयारियां पूरी करने के लिए बुधवार को ही डीसी ने बैठक ली थी. इस बैठक में अधिकारियों को समय रहते तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए थे. इन आदेशों के बाद भी अनाज मंडियों में सफाई व्यवस्था बदहाल पड़ी है.
फिलहाल अनाज मंडियों में फैली अव्यवस्था को देखकर समय पर खरीद शुरू होने पर संशय बना हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों की मंडियों में ही नहीं थानेसर की नई अनाज मंडी में भी सफाई व्यवस्था के हालात बदतर हैं.
लाखों रुपये का टेंडर फिर भी गंदगी का अंबार
जिलेभर में करीब 12 अनाज मंडियों 10 खरीद केंद्रों पर गेहूं की सरकारी खरीद का काम होता है. इन सभी स्थानों पर खरीद शुरू होने से पहले उचित साफ-सफाई करने और बिजली-पानी सुचारू करने के लिए मार्केटिग बोर्ड की ओर से टेंडर दिया जाता है. लाखों रुपये का टेंडर दिए जाने के बाद भी अभी तक अनाज मंडियों में हालातों में सुधार नहीं हो पाया है. थानेसर की नई अनाज मंडी में पिछले एक महीने से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे पड़े हैं. शौचालयों की सफाई और पीने के पानी व्यवस्था पर भी काम नहीं हुआ है.
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गंदगी से बीमारियां फैलने का डर
अनाज मंडियों में पड़ी गंदगी से आढ़तियों और मजदूरों में बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है. एक अप्रैल से खरीद शुरू होने के चलते मजदूरों ने भी आढ़तियों के पास पहुंचना शुरू कर दिया है. जिला भर की बड़ी अनाज मंडियों से तीन से चार हजार तक मजदूर पहुंच जाते हैं. ऐसे में सफाई पर खास ध्यान रखना होता है.
ठेकेदार को दिए हैं सफाई के निर्देश
थानेसर मार्केट कमेटी के सचिव हरजीत सिंह ने बताया कि ठेकेदार को जल्द सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं. दो दिन से सफाई कर्मी गांव अमीन के खरीद केंद्र पर सफाई में लगे हुए हैं. इसके बाद थानेसर की अनाज मंडी में सफाई करने की बात कह रहे हैं.
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