कुरुक्षेत्र: पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से गंगा, यमुना और घग्घर जैसी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. हरियाणा और दिल्ली के नदी से लगते कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो चुके हैं. अगर बात हरियाणा की करें तो प्रदेश के 4 जिलों के 77 गांवों में बाढ़ की स्थिती पैदा हो चुकी है.
सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
सीएम मनोहर लाल ने प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेंक्षण किया. सीएम कुरुक्षेत्र के खेल ग्राउंड से हेलीकॉप्टर में सवार हुए और उन्होंने कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया.
4 जिलों के 77 गांव में बाढ़ जैसे हालात
गौरतलब है कि कुरुक्षेत्र के शाहाबाद के कई गांव मारकंडा नदी में जलस्तर बढ़ने से जलमग्न हो गए हैं. हथनीकुंड बैराज से बीते रविवार को छोड़े गए करीब 8.5 लाख क्यूसिक पानी यमुनानगर से दिल्ली तक तबाही मचा रहा है. हालांकि सोमवार को यमुनानगर और करनाल के गावों में पानी कुछ कम हुआ है, लेकिन वहां के बाशिंदों के लिए समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. इधर, मंगलवार शाम तक पानीपत को पार करते हुए पानी सोनीपत और दिल्ली के क्षेत्र में ज्यादा गया है. अब इस क्षेत्र के गांवों की फसल भी जलमग्न हो गई है.