करनाल: कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय लोग मदद करने आगे आए हैं. करनाल में 18 दिनों में 3,500 क्विंटल लकड़ी और 3.5 क्विंटल घी एकत्रित किया गया है. करनाल के बलड़ी गांव के बने कोविड श्मशान घाट में अब तक 330 से अधिक शवों का संस्कार करवाया जा चुका है. यहां अंतिम संस्कार नगर निगम की ओर से पूरी तरह से मुफ्त में कराया जा रहा है और इस काम में निगम की मदद के लिए जिले के स्थानीय लोग भी सामने आ रहे हैं.
बता दें कि समाजसेवियों और नगर निगम के प्रयासों के बाद अब जिले के कई दूसरे लोगों ने भी हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया है. संक्रमित मृतकों के संस्कार के लिए 18 दिन में 3,500 क्विंटल लकड़ी जुटाई जा चुकी है. 3.5 क्विंटल घी अब तक स्थानीय लोग दान कर चुके हैं. यही नहीं 8 क्विंटल सामग्री और 210 पेटी पानी भी बलड़ी गांव के श्मशान घाट अब तक पहुंच चुका है. 25 किलो कपूर और 15 किलो चंदन की लकड़ी भी श्मशान घाट आई है.
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सेनेटरी इंस्पेक्टर कर्मचंद ने बताया कि रोजाना सुबह 6 बजे से साढ़े 8 बजे तक अस्थि चयन का समय रखा गया है. श्मशान घाट में ब्राह्मणों की व्यवस्था भी की गई है. हाल ही में यहां एक और शेड का निर्माण करवाया गया है. यहां 18 दिनों में 330 से अधिक शवों का संस्कार करवाया जा चुका है.