करनालः सर्दी और कोहरे के साथ हुई बारिश गेंहू की फसल के लिए काफी फायदेमंद बताई जा रही है. करनाल स्थित देश के एकमात्र राष्टीय गेंहू अनुसंधान संस्थान ने मौसम के मिजाज को देखते हुए 105 मिलियन टन से अधिक गेंहू के उत्पादन का टारगेट रखा है. विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड, कोहरे और बारिश के चलते हमारा टारगेट पूरा होने वाला है और इस बार 108 मिलियन टन गेंहू होने की संभावना है.
गेंहू की फसल के लिए फायदेमंद मौसम
करनाल में स्थित राष्ट्रीय गेहूं अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अभी तीन दिन तक मौसम खराब रहेगा. वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के बाद प्रदेश में ठंड बढ़ने की आशंका है. संस्थान के निदेशक ज्ञानंदर प्रताप सिंह ने ये जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि इस बार पड़ रही सर्दी, कोहरा और बारिश किसानों की गेंहू की फसल के लिए काफी फायदेमंद होगी.
टारगेट से ज्यादा गेंहू उत्पादन- कृषि विशेषज्ञ
उन्होंने बताया कि इस बार गेंहू की फसल को दिसंबर-जनवरी महीने में ही कोहरा, धुंध और बारिश मिल गई. जिससे उसके फुटाव में काफी बढ़ोतरी होगी, जो की गेहूं की पैदावार को और बढ़ाएगी. करनाल स्थित राष्ट्रीय गेंहू और जौ अनुसंधान संस्थान के निदेशक ने बताया कि इस बार गेंहू का टारगेट 105 मिलियन टन का रखा गया हैं जोकि आसानी से पूरा होने की उम्मीद हैं. बल्कि ज्यादा भी हो सकता हैं.
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4 डिग्री तक आ सकता है पारा
ज्ञानंदर प्रताप सिंह ने कहा कि अगर मौसम ने साथ दिया तो जो बारिश अब पड़ रही है. ये गेहूं के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी क्योंकि इससे किसानों को पानी नहीं लगाना पड़ेगा और बिजली की बचत होगी. उन्होंने बताया कि बारिश का सकारात्मक असर होगा, अगर पारा नीचे गया तो बाद में पानी दे सकते हैं. आने वाले तीन दिनों के बाद पारा चार डिग्री तक आ सकता हैं. इस अच्छे संकेत हैं कि फसल अच्छी होगी.