करनाल: जिले में नई सहकारी चीनी मिल का निर्माण कार्य मार्च माह के अंत तक पूरा होगा. अब तक सिविल और मैकेनिकल को मिलाकर 80 से 85 प्रतिशत कार्य मुकम्मल कर लिया है. इसके बाद अप्रैल के प्रथम सप्ताह में नई मिल में गन्ना पिराई का ट्रायल लेंगे. उपायुक्त एवं चीनी मिल के अध्यक्ष निशांत कुमार यादव ने सोमवार को चीनी मिल के निर्माण स्थल का दौरा करने के दौरान यह जानकारी दी.
बता दें कि ये चीनी मिल 263 करोड़ रुपये से बनकर तैयार होगी. इससे जिले में गन्ना पिराई की क्षमता भी बढ़ेगी. उपायुक्त ने बताया कि नई चीनी मिल 263 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होगी. इसकी क्षमता भी पहले से ज्यादा होगी अर्थात पुराने मिल की 2200 टन प्रतिदिन गन्ने की पिराई क्षमता नए मिल में 3500 टन प्रतिदिन रहेगी.
इसी प्रकार पूरे सीजन में गन्ना पिराई का लक्ष्य भी 35 लाख क्विंटल से 55 लाख क्विंटल होगा. उन्होंने बताया कि अब तक पुरानी मिल में 21 लाख 30 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई की जा चुकी है, जाकि गत वर्ष इस अवधि में 20 लाख 88 हजार क्विंटल की गई थी. आधुनिक मशीनरी से ये मिल तैयार हो रहा है. उन्होंने बताया कि नए चीनी मिल में आधुनिक मशीनरी लगाई जा रही है ताकि यह लंबे समय तक कार्यकुशल बना रहें.
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सिविल और मैकेनिकल का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है, मात्र पाइपलाइन कार्य है जो भी हो जाएगा. अब तक बॉयलर, टर्बाइन, कंट्रोल रूम, केन कैरियर व लोडर, कुलिंग टावर व वीएफडी का काम लगभग मुकम्मल हो गया है. उन्होंने अब तक हुए कार्य को देखकर हालांकि संतुष्टि जाहिर की लेकिन निर्माण इंजीनियरों को ये भी कहा कि मैन पॉवर बढ़ाकर काम को पुल-अप करें.
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मौजूदा चीनी मिल में गन्ना पिराई का काम जोरों पर है. मौजूदा चीनी मिल में गन्ना पिराई का काम भी जोरों पर चल रहा है, पिराई सीजन अप्रैल तक चलेगा. किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत पेश नहीं आ रही है अर्थात अप्रैल तक सभी किसानों का गन्ना मिल में पिराई के लिए आ जाएगा.