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पलवल में मिली करनाल की बेटी ज्योति को नई जिंदगी, मुफ्त में हुआ दिल का ऑपरेशन

करनाल के बुढ़ाखेड़ा गांव की ज्योति का इलाज पैसों के चलते कहीं नहीं हो पा रहा था. ज्योति के दिल में छेद था जिसके इलाज का खर्च करीब ढ़ाई लाख बताया गया. इसके बाद ज्योति का इलाज पलवल के अस्पताल में मुफ्त हो पाया. पढ़िए इस बच्ची की पूरी कहानी.

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Published : Sep 20, 2019, 3:19 PM IST

Updated : Sep 20, 2019, 3:40 PM IST

ज्योति

करनाल: बुढ़ाखेड़ा गांव की ज्योति बचपन से ही एक खतरनाक बीमारी से ग्रस्त थी. ज्योति के दिल में छेद था जिसके कारण उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. बचपन में तो ज्योति को कुछ खास दिक्कत नहीं हुई, लेकिन जैसे-जैसे ज्योति बड़ी होने लगी ज्योति को सांस लेने में दिक्कत होने लगी.

जैसे ही ज्योति की परेशानी बड़ी तो ज्योति के अध्यापक ने उसे पलवल स्थित एक अस्पताल के बार में जानकारी दी. जहां ज्योति का सारा इलाज मुफ्त हुआ. आज ज्योति को उस अस्पताल से ऑपरेशन करवाए हुए लगभग एक महीना होने को है. ज्योति ओर उसके परिजन बहुत खुश हैं और अब वो स्वस्थ है और खूब हंसती है.

ज्योति का पलवल के अस्पताल में हुआ मुफ्त इलाज, देखें वीडियो

ज्योति ओर उसकी मां ने बताया कि जब हम ये पता चला कि ऐसा भी अस्पताल है जहां पर कैश काउंटर ही नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा खुशी का ठिकाना नहीं है. ज्योति की मां ने बताया कि ज्योति के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल ने ढ़ाई लाख रुपये का खर्चा बताया. उन्होंने बताया कि वो आज बेहद खुश हैं कि उनकी बेटी का इलाज सही और मुफ्त में हो गया.

ये भी पढ़ें- रोहतक: हुडा कॉम्प्लेक्स के मालिक पर हत्या का आरोप, पुलिस मान रही हादसा

करनाल: बुढ़ाखेड़ा गांव की ज्योति बचपन से ही एक खतरनाक बीमारी से ग्रस्त थी. ज्योति के दिल में छेद था जिसके कारण उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. बचपन में तो ज्योति को कुछ खास दिक्कत नहीं हुई, लेकिन जैसे-जैसे ज्योति बड़ी होने लगी ज्योति को सांस लेने में दिक्कत होने लगी.

जैसे ही ज्योति की परेशानी बड़ी तो ज्योति के अध्यापक ने उसे पलवल स्थित एक अस्पताल के बार में जानकारी दी. जहां ज्योति का सारा इलाज मुफ्त हुआ. आज ज्योति को उस अस्पताल से ऑपरेशन करवाए हुए लगभग एक महीना होने को है. ज्योति ओर उसके परिजन बहुत खुश हैं और अब वो स्वस्थ है और खूब हंसती है.

ज्योति का पलवल के अस्पताल में हुआ मुफ्त इलाज, देखें वीडियो

ज्योति ओर उसकी मां ने बताया कि जब हम ये पता चला कि ऐसा भी अस्पताल है जहां पर कैश काउंटर ही नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारा खुशी का ठिकाना नहीं है. ज्योति की मां ने बताया कि ज्योति के इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल ने ढ़ाई लाख रुपये का खर्चा बताया. उन्होंने बताया कि वो आज बेहद खुश हैं कि उनकी बेटी का इलाज सही और मुफ्त में हो गया.

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Intro:करनाल के बुड्ढा खेड़ा गांव की रहने वाली ज्योति की जिंदगी का खेवनहार बना पलवल का श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल, ज्योति बचपन से ही दिल में छेद की बीमारी से थी ग्रस्त , प्राइवेट अस्पताल ऑपरेशन के लिए मांग रहे थे ढाई लाख रुपए, पैसे ना होने की वजह से नहीं करवा पा रहे थे परिजन ऑपरेशन, संजीवनी अस्पताल ने दी ज्योति की को नई जिंदगी, बड़ी बात श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल में नहीं है कोई भी कैश काउंटर ।


Body:आज के समय मे भी निष्काम भाव से कई संस्थान सेवार्थ समाज सेवा में अपना पूरा योगदान दे रहे है । संस्थान द्वारा कई ऐसे बड़े अस्पतालों को पूरे भारत वर्ष में चलाया जा रहा है जो बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज निषुल्क कर रहे है और इंसानी जिंदगियों को बचा कर एक नया जीवन देने का काम कर रहे है । इन्ही संस्थानों में से एक संस्थान है श्री सत्य साई का संजीवनी अस्पताल है जो हरियाणा के पलवल में स्तिथ है ।

ऐसे संस्थान के अस्पताल से सेवा लेने का सौभाग्य करनाल की बुढ़ाखेड़ा गांव की 12 कक्षा की छात्रा ज्योति को प्राप्त हुआ । जी हां ज्योति की जिंदगी का खेवनहार पलवल का श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल बना है । ज्योति के दिल मे बचपन से छेद था जिसकी चिंता उसके परिजनों को लगातार बानी हुई थी । जैसे जैसे ज्योति बड़ी हो रही थी उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और वो बढ़ती ही जारही थी । ज्योति के स्कूल अध्यापक बोध राज द्वारा उनको श्री सत्य साई संजीविनी अस्पताल की जानकारी मिली कि वहाँ आपकी बेटी का इलाज बिल्कुल निशुल्क होगा क्योंकि अस्पताल में कैश काउंटर ही नही है ।

आज ज्योति को उस अस्पताल से ऑपरेशन करवाये हुए लगभग एक महीना होने को है ।ज्योति ओर उसके परिजन बहुत खुश है । अब वह स्वस्थ है, खूब हंसती है ।


Conclusion:वीओ - ज्योति ओर उसकी मां ने बताया जब हम यह पता चला कि ऐसा भी अस्पताल है जहां पर कॅश काउंटर ही नही है ,हमारा खुशी का ठिकाना नही रहा । 3 बार जाने बाद ज्योति का ऑपरेशन हो गया जिसका खर्चा बाहर के अस्पतालों ने ढाई लाख रुपये तक बताया था लेकिन इस अस्पताल में हमारा एक भी रुपये नही लगा । अस्पताल में काम करने वाले हरेक व्यक्ति का व्यवहार भी बहुत अच्छा लगा । ज्योति ओर उसकी माँ ने उन सभी लोगो से अपील की है जिस परिवार में जीरो उम्र से 18 साल के बच्चे जो दिल की किसी भी छोटी बड़ी बीमारी से ग्रस्त है वो वहां जाकर अपना इलाज विल्कुल निशुल्क करवा सकते है ।

बाईट - ज्योति - जिसका ऑपरेशन हुआ
बाईट - प्रीति - ज्योति की मां
बाईट - बोधराज - अध्यापक
बाईट - चमेला राम - समाजसेवी
Last Updated : Sep 20, 2019, 3:40 PM IST
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