करनाल: स्वास्थ्य विभाग ने रसूलपुर कलां इलाके में छापेमारी कर एक आशा वर्कर को भ्रुण जांच करन के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस मामले की जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे का अवैध रूप से लिंग जांच करवाने वालो की एक गुप्त सूचना मिली थी.
सूचना के बाद एक टीम बनाकर नकली गर्भवती महिला को विक्रम नाम के दलाल और आशा वर्कर किरण से अल्ट्रा साउण्ड करवाने के लिए मिलवाया गया. अल्ट्रासाउण्ड में नकली गर्भवती महिला को उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग लड़की बताया गया था.
वहीं इस छापेमारी को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ. नरेश करड़वाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दलाली में शामिल आशा वर्कर और गर्भवती महिला का पीछा किया गया और उन्हें नागरिक अस्पताल के चौक पर रंगे हाथों पकड़ लिया गया.
इस मामले में गर्भ में पल रहे बच्चे की लिंग जांच करवाने के लिए 25 हजार रूपये में सौदा तय किया गया था, जिसमें से कथित दलाल विक्रम ने 8 हजार रूपये किरण को दिए थे. टीम द्वारा किरण के पकड़े जाने पर उससे 8 हजार रूपये बरामद कर लिए गए हैं,
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डॉ. करड़वाल ने आगे बताया कि दलाली में शामिल किरण से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि नकली गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउण्ड शहर के सेक्टर-14 स्थित टैगोर अस्पताल में करवाया था. इस पर विभाग की टीम गर्भवती महिला और किरण दलाल को लेकर टैगोर अस्पताल गई और वहां अल्ट्रासाउण्ड रिकॉर्ड का निरीक्षण किया.
निरीक्षण करने पर पाया गया कि गर्भवती महिला का उक्त अस्पताल में ही अल्ट्रासाउण्ड किया गया था जो एक डॉक्टर ने दलाल द्वारा दी गई एक फर्जी आई.डी. पर किया. इसके बाद अस्पताल की अल्ट्रासाउण्ड मशीन को सील कर दिया गया और टीम ने अस्पताल के रजिस्टर और बाकी दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए, ताकि भ्रुण लिंग जांच बारे अस्पताल की संलिप्तता की छानबीन की जा सके.