ETV Bharat / state

करनालः ग्रांट न मिलने से व्यायामशालाओं का रुका निर्माण, प्रशासन नहीं ले रहा है सुध

करनाल में प्रदेश सरकार व्यायामशालाएं बनवाने में नाकाम साबित हो रही है. सरकार ने करनाल के कई इलाको में व्यायामशालाएं बनाने के लिए 35 लाख रुपये की घोषणा की थी लेकिन पहली किश्त के बाद पैसा नहीं आया और व्यायामशालाओं का निर्माण कार्य अधर में अटक गया.

author img

By

Published : Jun 22, 2019, 6:02 PM IST

ग्रांट न मिलने से व्यायामशालाओं का रुका निर्माण

करनाल: प्रदेश सरकार ने करनाल के सीधपुर, रायसन और कारसा डोढ़ में व्यायामशालाएं बनाने के लिए 35 लाख रुपये प्रति गांव देने घोषणा की थी. जिसके बाद सरकार ने 20-20 लाख रुपए की पहली किश्त जारी की और ग्राम पंचायतों ने व्यायामशालाओं का निर्माण शुरू कर दिया लेकिन शेष ग्रांट न आने से यह कार्य रुक गया है.

तकरीबन एक साल बीत जाने के बाद बकाया ग्रांट न आने से इन निमार्णाधीन व्यायामशालाओं में कबाड़ उगना शुरू हो गया. नतीजतन मौजूदा हालात यह हैं कि इनमें पैदा हुई झाड़ियों और घास के कारण लोग इनमें जाने से भी कतराते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- दो दुकानों में घुसा ट्रक, लाखों का हुआ नुकसान

ग्रामीणों ने बताया कि सरकार प्रदेशभर में उपमण्डल और जिलास्तर पर योग दिवस मनाने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है. योग दिवस को मनाने के लिए पूरा प्रशासन कई दिनों से योग दिवस को लेकर तैयारियों में जुटा है, लेकिन ग्रामीण परिवेश में जीवनयापन करने वालों को योग से जोड़ने के लिए सरकार और प्रशासन की गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. लोगों ने मांग की कि अधूरी पड़ी व्यायामशालाओं को शीघ्र पूरा किया जाए.

वहीं विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने बताया कि तीन व्यायामशालाओं के निर्माण के लिये सरकार ने जारी ग्रांट के अनुसार कार्य करवा दिया है. बाकी बची ग्रांट आते ही इन व्यायामशालाओं के अधूरे पड़े कार्य को पूरा करवा दिया जाएगा.

करनाल: प्रदेश सरकार ने करनाल के सीधपुर, रायसन और कारसा डोढ़ में व्यायामशालाएं बनाने के लिए 35 लाख रुपये प्रति गांव देने घोषणा की थी. जिसके बाद सरकार ने 20-20 लाख रुपए की पहली किश्त जारी की और ग्राम पंचायतों ने व्यायामशालाओं का निर्माण शुरू कर दिया लेकिन शेष ग्रांट न आने से यह कार्य रुक गया है.

तकरीबन एक साल बीत जाने के बाद बकाया ग्रांट न आने से इन निमार्णाधीन व्यायामशालाओं में कबाड़ उगना शुरू हो गया. नतीजतन मौजूदा हालात यह हैं कि इनमें पैदा हुई झाड़ियों और घास के कारण लोग इनमें जाने से भी कतराते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- दो दुकानों में घुसा ट्रक, लाखों का हुआ नुकसान

ग्रामीणों ने बताया कि सरकार प्रदेशभर में उपमण्डल और जिलास्तर पर योग दिवस मनाने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है. योग दिवस को मनाने के लिए पूरा प्रशासन कई दिनों से योग दिवस को लेकर तैयारियों में जुटा है, लेकिन ग्रामीण परिवेश में जीवनयापन करने वालों को योग से जोड़ने के लिए सरकार और प्रशासन की गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. लोगों ने मांग की कि अधूरी पड़ी व्यायामशालाओं को शीघ्र पूरा किया जाए.

वहीं विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने बताया कि तीन व्यायामशालाओं के निर्माण के लिये सरकार ने जारी ग्रांट के अनुसार कार्य करवा दिया है. बाकी बची ग्रांट आते ही इन व्यायामशालाओं के अधूरे पड़े कार्य को पूरा करवा दिया जाएगा.

Intro:ग्रान्ट न मिलने से पैसे के आभाव में दम तोड़ रही है व्यायामशालाएं , पहले से निमार्णाधीन व्यायामशालाओं में कबाड़ उगना शुरु , झाडिय़ों व घासफूस के कारण लोग अब इनमें जाने से भी कतराते ,सारी बिल्ड़िंग हो रही है कंडम , प्रशासन नहीं ले रहा है सुध। Body:प्रदेश सरकार ने करनाल के सीधपुर, रायसन व कारसा डोढ में व्यायामशालाएं बनाने के लिए 35 लाख रुपए प्रति गांव देने घोषणा की थी। जिसके बाद सरकार द्वारा जारी 20-20 लाख रुपए की पहली किश्त आने पर ग्राम पंचायतों ने व्यायामशालाओं का निर्माण शुरु कर दिया। लेकिन शेष ग्रांट न आने से यह कार्य रुक गया। करबीन एक साल बीत जाने के बाद बकाया ग्रांट न आने से इन निमार्णाधीन व्यायामशालाओं में कबाड़ उगना शुरु हो गया। नतीजतन मौजूदा हालात यह हैं कि इनमें पैदा हुई झाडिय़ों व घासफूस के कारण लाग इनमें जाने से भी कतराते हैं।
Conclusion:विओ - ग्रामीणों ने बताया कि सरकार प्रदेशभर में उपमण्डल व जिलास्तर पर योग दिवस मनाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। योग दिवस को मनाने के लिए पूरा प्रशासन कई दिनों से योग दिवस को लेकर तैयािरयों में जुटा है। लेकिन ग्रामीण परिवेश में जीवनयापन करने वालों को योग से जोडऩे के लिए सरकार व प्रशासन की गम्भीरता नहीं दिखाई दे रही है। लोगों ने मांग की कि अधूरी पड़ी व्यायामशालाओं को शीघ्र पूरा किया जाए।

वीओ - विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने बताया कि तीन व्यायामशालाओं के निर्माण हेतु सरकार द्वारा जारी ग्रांट के अनुसार कार्य करवा दिया गया है। शेष ग्रांट आते ही इन व्यायामशालाओं के अधूरे पड़े कार्य को पूरा करवा दिया जाएगा।

बाईट , सरपंच रायसन , साल पहले 20 लाख रुपए की ग्रान्ट मिली थी उसके बाद कोई पैसा नही आया

बाईट , 3 ग्रामीण ,पैसे के अभाव में व्ययमशालाये दम तोड़ रही है सारी बिल्ड़िंग कंडम हो रही है फर्श टूट रहा है। जगह जगह पर लगी पेयर ब्लॉक में घास उगी पड़ी है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.