करनाल: कोरोना संकट के कारण गणेशोत्सव हर बार की तरह इस बार धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा. लोग बाजारों से गणेश जी की प्रतिमा को लेकर अपने घर मे विराज रहे हैं, लेकिन इस बार पहले के मुकाबले रौनक कम हैं. बड़े पंडाल लग नहीं रहे हैं, इसलिए मूर्ति बनाने वाले कलाकारों की कमाई पर भी असर पड़ रहा है.
गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिनों तक चलता है जो चतुर्थी को शुरु होकर अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है. हालांकि कोरोना संकट के चलते इस साल गणेश उत्सव अलग रुप में मनाया जाएगा. कोरोना काल में स्थिति काफी अलग है, क्योंकि बड़ी धूमधाम से मनाया जाने वाला त्योहार फीका हो गया है.
'प्रेम और श्रद्धा में कमी नहीं आएगी'
लोग गणेश जी की प्रतिमा कम खरीद रहे हैं. ऐसे में मूर्ति बनाने वाले कलाकारों की जेब पर भी असर पड़ा है, लेकिन भक्तों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो बप्पा के लिए प्रेम और श्रद्धा कम नहीं होगी.
बता दें कि भगवान गणेश का पूजन 10 दिनों तक चलता है. दसवें दिन चतुर्दशी को भगवान की मूर्ति का विसर्जन करते हैं. ऐसे में गणेश विसर्जन के दौरान भी प्रशासन की तरफ से भी सावधानियां बरती जाएंगी, ताकि ज्याजा भीड़ इक्कट्ठी ना हो.
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