करनाल: एक तरफ महामारी बढ़ रही है, तो दूसरी तरफ किसान दिल्ली बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. हालांकि कुछ किसान गेहूं के सीजन में अपने गांव लौट आए थे, लेकिन अब गेहूं का सीजन खत्म होने के बाद किसान दोबारा अपने घरों से निकल कर बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं.
किसानों का कहना है कि एक बार फिर से अब सरकार के खिलाफ हुंकार भरी जाएगी. इसलिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों से गाड़ियों में भरकर किसान दिल्ली जा रहा है. कोरोना महामारी पर किसानों का कहना है कि सरकार की तरफ से कोरोना को हउआ बनाया गया है, दवाइयों की कमी को सरकार पूरा नहीं कर पा रही और किसानों को उठाने के लिए ये सब किया जा रहा है.
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किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अभी हमारी बात नहीं मानी तो आने वाले 2022 उत्तर प्रदेश के चुनाव में उनकी बुरी हालत होगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने भी देख लिया है कि जो बंगाल में चुनाव हुए हैं, उसमें इन्होंने हार का मुंह देखना पड़ा है. इसलिए सरकार को कोई सबक लेना चाहिए.
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