करनाल: कलेक्टर (आबकारी) एवं संयुक्त आबकारी व कराधान आयुक्त, हरियाणा आशुतोष राजन ने करनाल, यमुनानगर व कैथल जिलों के आबकारी अधिकारियों एवं ठेकेदारों की एक बैठक करनाल आबकारी विभाग कार्यालय में ली. बैठक के दौरान कलेक्टर ने तीनों जिलों के आबकारी विभाग के कार्य एवं राजस्व प्राप्ति की विस्तार से समीक्षा की एवं आगामी आने वाली आबकारी नीति 2021-22 के बारे में अधिकारियों एवं ठेकेदारों से सुझाव मांगे.
उन्होंने करनाल जिले में शराब की डिस्टलरी के बारे में संज्ञान लेते हुए ये निर्देश दिए कि आबकारी विभाग का कर्मचारी एवं एक आबकारी पुलिस का कर्मचारी 24 घंटे डयूटी पर तैनात रहे. ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके.
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15 दिन में रिपोर्ट मुख्यालय भेजने के दिए गए निर्देश
उन्होंने हर सप्ताह डिस्टलरियों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जानकारी फीड के माध्यम से डीईटीसी के कार्यालय में जमा करवाने के भी निर्देश दिए एवं उसकी रिपोर्ट हर 15 दिन बाद मुख्यालय को भिजवाने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.
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कलेक्टर ने दिए राजस्व में बढ़ोतरी के लिए प्रयास करने के निर्देश
समीक्षा बैठक में कलेक्टर आशुतोष राजन ने तीनों जिलों के उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त (आबकारी) के कार्य पर संतुष्टि जाहिर की और अधिकारियों और कर्मचारियों को और अधिक कुशलता से अपने कार्य को करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्धारित मापदंडों की पालना करते हुए राजस्व में बढ़ोतरी के बेहतर प्रयास करने के लिए कहा.
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पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक हुई राजस्व की प्राप्ति
वर्ष 2020-21 में पिछले वर्षों की अपेक्षा करनाल जिले में लगभग 26.64 प्रतिशत अधिक राजस्व की प्राप्ति सरकारी कोष में दर्ज की गई है. करनाल जिले में जनवरी 2020 तक 196.95 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई थी. जबकि जनवरी 2021 तक 249.42 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. यमुनानगर जिले में लगभग 27.55 प्रतिशत अधिक राजस्व की प्राप्ति सरकारी कोष में दर्ज की गई है. यमुनानगर जिले में जनवरी 2020 तक 126.42 करोड़ की प्राप्ति हुई थी. जबकि जनवरी 2021 तक 161.25 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.
वहीं कैथल जिले में लगभग 21.79 प्रतिशत अधिक राजस्व की प्राप्ति सरकारी कोष में दर्ज की गई है. कैथल जिले में जनवरी 2020 तक 106.47 करोड़ की प्राप्ति हुई थी. जबकि जनवरी 2021 तक 129.67 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.
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वर्ष 2020-21 में अधिक मात्रा में उठाया गया शराब का अतिरिक्त कोटा
इस मौके पर उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त करनाल आर. के. नैन ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्षों की अपेक्षा शराब का अतिरिक्त कोटा अधिक मात्रा में उठाया गया है एवं इस पर सरकार को अतिरिक्ति आबकारी शुल्क की प्रप्ति हुई है. उन्होंने बताया कि तीनों जिलों की कुल अतिरिक्ति आबकारी डयूटी 11.52 करोड़ रुपये पिछले वर्षों की तुलना में अधिक प्राप्त हुई हैं.
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