करनाल: मुख्यमंत्री की कैमला गांव में किसान महापंचायत को लेकर काफी घमासान हो रहा है. जहां किसान यूनियन के लोग इस पंचायत का विरोध कर रहे हैं. वहीं ग्रामीण चाहते हैं कि यह महापंचायत गांव में हो.
ग्रामीण चाहते हैं सीएम के कार्यक्रम हो
दरअसल सीएम मनोहर लाल का करनाल के कैमला गांव में ग्रामीणों के साथ किसान महापंचायत का आयोजन होने वाला है. जिसका किसान विरोध कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों को इस पंचायत से कोई आपत्ति नहीं है. ऐसे में किसानों और ग्रामीणों के बीच विरोध की स्थिति बन गई.
बताया जा रहा है कि किसान नेता भूपेंद्र सिंह लाडी भारी संख्या में किसानों लेकर गांव में सीएम के कार्यक्रम को रद्द करवाने की बात करने पहुंचे थे. इसी दौरान ग्रामीणों और किसानों के बीच धक्का मुक्की हो गई.
हजारों किसान गांव में आए इससे स्थिति बिगड़ी- पूर्व सरपंच
पूर्व सरपंच रमेश पाल कैमला ने कहा कि यहां पर किसानों के आने का गलत तरीका था. अगर उनको ग्रामीणों से बात करनी थी तो पहले एक कमेटी आती. आठ-दस लोग आते और हमसे बात करते. उन्होंने कहा कि हम उनकी बात मानते हैं, लेकिन हजारों की संख्या में एकदम से गांव में आ गए, जिससे गांव में माहौल खराब होने की स्थिति बन गई थी. इसलिए हमने उनको यहां से खाली हाथ भेजा है.
हम माहौल नहीं खराब करना चाहते थे- किसान नेता
किसान नेता भूपेंद्र सिंह लाडी ने कहा कि हम कोई भी झगड़ा दंगा करने के लिए या माहौल खराब करने के लिए गांव में नहीं आए थे. हम अपने भाईचारे में ग्रामीणों से बात करने आए थे कि किसान आंदोलन के चलते मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द कर दें. अब हम वापस आ गए और आगे की रणनीति बनाएंगे. किसी भी हालत में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम इस गांव में नहीं होने देंगे.
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बात हो गई है, ग्रामीणों के साथ मीटिंग करेंगे- किसान नेता
किसान नेता भूपेंद्र सिंह लाडी ने कहा कि हमारी गांव के सरपंच से बात हो गई है. हम भारतीय किसान यूनियन के 5 लोग और कैमला गांव के 5 लोग बैठकर मीटिंग करेंगे और उसके बाद जो भी परिणाम होगा वह सबके सामने होगा, लेकिन हम चाहते हैं कि माहौल खराब ना हो.
उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन मुख्यमंत्री की किसान पंचायत हम गांव में नहीं होने देंगे. आज हम कम संख्या में आए हैं अगर ग्रामीणों ने हमारी बात नहीं मानी तो हम विरोध करने के लिए दोबारा लाखों की संख्या में यहां पर पहुंचेंगे, लेकिन किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री की पंचायत नहीं होने देंगे.