करनाल: चीन में फैले कोरोना वायरस के बाद वहां से आए दो बच्चों (भाई-बहन) को बुखार होने पर जहां पर मेडिकल कॉलेज में दाखिल किया गया है. वहीं जिले में स्वाइन फ्लू का पहला केस सामने आया है. युवक मेडिकल कॉलेज में दाखिल है और उसकी पुणे लैब से रिपोर्ट भी आ चुकी है, जो पॉजिटिव है. हालांकि, अच्छी बात ये है कि लक्षणों को देखते हुए पहले दिन से ही उसका स्वाइन फ्लू का इलाज चल रहा है और उसके स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है.
दोनों बीमारियों में आइसोलेशन कमरे की आवश्यकता रहती है स्वाइन फ्लू से ग्रस्त युवक करनाल के सेक्टर 8 का रहने वाला है और नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करता है. 4 दिन पहले युवक को बुखार और जुकाम की शिकायत होने के बाद वह निजी अस्पताल में टेस्ट के लिए गया. जिसके बाद रिपोर्ट में उसको स्वाइन फ्लू बताया गया.
युवक का फिलहाल इलाज चल रहा है. वही डॉक्टर उसकी हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं. कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज संभावित लक्षण होने के कारण कारण कोरोना संदिग्ध मरीजों को अलग-अलग वार्डो में दाखिल किया गया है. उनके खून के नमूनों को लेकर पुणे भेजा गया है.
घबराने की जरूरत नहीं है- डॉक्टर
डॉक्टर्स का कहना है कि स्वाइन फ्लू होने पर खांसी, जुकाम, बुखार और दर्द की परेशानी होती है. हर मरीज को जांच की जरूरत नहीं होती और ज्यादातर मरीज तो सिर्फ पैरासिटोमॉल दवा से ठीक हो जाते हैं. इसलिए इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है.