ETV Bharat / state

कोरोना के 'कहर' के बीच स्वाइन फ्लू ने दी दस्तक, करनाल में सामने आया पहला केस

लोगों में पहले ही कोरोना वायरस को लेकर दहशत है, इसी बीच स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दी है. करनाल में एक युवक स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया है, विस्तार से पढ़ें.

coronavirus-first-case-of-swine-flu-came-out-at-karnal-of-haryana
कोरोना के 'कहर' के बीच स्वाइन फ्लू ने दिया दस्तक,
author img

By

Published : Feb 8, 2020, 9:47 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 10:20 PM IST

करनाल: चीन में फैले कोरोना वायरस के बाद वहां से आए दो बच्चों (भाई-बहन) को बुखार होने पर जहां पर मेडिकल कॉलेज में दाखिल किया गया है. वहीं जिले में स्वाइन फ्लू का पहला केस सामने आया है. युवक मेडिकल कॉलेज में दाखिल है और उसकी पुणे लैब से रिपोर्ट भी आ चुकी है, जो पॉजिटिव है. हालांकि, अच्छी बात ये है कि लक्षणों को देखते हुए पहले दिन से ही उसका स्वाइन फ्लू का इलाज चल रहा है और उसके स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है.

दोनों बीमारियों में आइसोलेशन कमरे की आवश्यकता रहती है स्वाइन फ्लू से ग्रस्त युवक करनाल के सेक्टर 8 का रहने वाला है और नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करता है. 4 दिन पहले युवक को बुखार और जुकाम की शिकायत होने के बाद वह निजी अस्पताल में टेस्ट के लिए गया. जिसके बाद रिपोर्ट में उसको स्वाइन फ्लू बताया गया.

कोरोना के 'कहर' के बीच स्वाइन फ्लू ने दी दस्तक, करनाल में सामने आया पहला केस

युवक का फिलहाल इलाज चल रहा है. वही डॉक्टर उसकी हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं. कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज संभावित लक्षण होने के कारण कारण कोरोना संदिग्ध मरीजों को अलग-अलग वार्डो में दाखिल किया गया है. उनके खून के नमूनों को लेकर पुणे भेजा गया है.

घबराने की जरूरत नहीं है- डॉक्टर
डॉक्टर्स का कहना है कि स्वाइन फ्लू होने पर खांसी, जुकाम, बुखार और दर्द की परेशानी होती है. हर मरीज को जांच की जरूरत नहीं होती और ज्यादातर मरीज तो सिर्फ पैरासिटोमॉल दवा से ठीक हो जाते हैं. इसलिए इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है.

करनाल: चीन में फैले कोरोना वायरस के बाद वहां से आए दो बच्चों (भाई-बहन) को बुखार होने पर जहां पर मेडिकल कॉलेज में दाखिल किया गया है. वहीं जिले में स्वाइन फ्लू का पहला केस सामने आया है. युवक मेडिकल कॉलेज में दाखिल है और उसकी पुणे लैब से रिपोर्ट भी आ चुकी है, जो पॉजिटिव है. हालांकि, अच्छी बात ये है कि लक्षणों को देखते हुए पहले दिन से ही उसका स्वाइन फ्लू का इलाज चल रहा है और उसके स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है.

दोनों बीमारियों में आइसोलेशन कमरे की आवश्यकता रहती है स्वाइन फ्लू से ग्रस्त युवक करनाल के सेक्टर 8 का रहने वाला है और नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करता है. 4 दिन पहले युवक को बुखार और जुकाम की शिकायत होने के बाद वह निजी अस्पताल में टेस्ट के लिए गया. जिसके बाद रिपोर्ट में उसको स्वाइन फ्लू बताया गया.

कोरोना के 'कहर' के बीच स्वाइन फ्लू ने दी दस्तक, करनाल में सामने आया पहला केस

युवक का फिलहाल इलाज चल रहा है. वही डॉक्टर उसकी हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं. कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज संभावित लक्षण होने के कारण कारण कोरोना संदिग्ध मरीजों को अलग-अलग वार्डो में दाखिल किया गया है. उनके खून के नमूनों को लेकर पुणे भेजा गया है.

घबराने की जरूरत नहीं है- डॉक्टर
डॉक्टर्स का कहना है कि स्वाइन फ्लू होने पर खांसी, जुकाम, बुखार और दर्द की परेशानी होती है. हर मरीज को जांच की जरूरत नहीं होती और ज्यादातर मरीज तो सिर्फ पैरासिटोमॉल दवा से ठीक हो जाते हैं. इसलिए इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है.

Intro: कोरोना वायरस ने जहां चीन देश में आतंक मचाया हुआ है वही पड़ोसी देशों को भी इस बीमारी का खतरा मंडरा रहा है वही करनाल जिले में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के साथ साथ स्वाइन फ्लू का पहला पॉजिटिव केस करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में हुआ दाखिल, डॉक्टरों की देखरेख में आइसोलेशन वार्ड में चल रहा इलाज, फिलहाल मरीज की हालत खतरे से बाहरBody: करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज मैं कोरोना वायरस के संदिग्ध तो बच्चे दोनों भाई और बहन को दाखिल करवाया गया है वही फाइंड फ्लू का पहला पॉजिटिव केस बी कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में दाखिल हुआ है दोनों बीमारियों में आइसोलेशन कमरे की आवश्यकता रहती है स्वाइन फ्लू से ग्रस्त युवक करनाल के सेक्टर 8 का रहने वाला है और नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करता है 4 दिन पहले युवक को बुखार और जुकाम की शिकायत होने के बाद वह निजी अस्पताल में टेस्ट के लिए गया जिसके बाद रिपोर्ट में उसको स्वाइन फ्लू बताया गया उसके बाद से युवक को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां पर डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है वही डॉक्टर उसकी हालत खतरे से बाहर बता रहे हैं ।Conclusion:कल्पना चावला मेडिकल कॉलेजसंभावित लक्षण होने के कारण कारण कोरोना संदिग्ध मरीजों को अलग-अलग वार्डो में दाखिल किया गया है और उनके खून के नमूनों को लेकर पुणे भेजा गया है वहीं स्वाइन फ्लू से ग्रस्त युवक की हालत को खतरे से बाहर बताया ।

बाईट - जगदीश डुडेजा निदेशक कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल
Last Updated : Feb 8, 2020, 10:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.