करनाल: एक बार फिर से आशा वर्कर, आंगनवाड़ी और मिड डे मील वर्करों ने हुंकार भरी है. महिला कर्मचारियों की लंबित पड़ी मांगों और उनके साथ हो रहे शोषण को लेकर महिला कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करनाल सिटी पार्क से शुरू हो सेक्टर-12 उपायुक्त कार्यालय तक निकाला गया और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
बता दें कि लंबित पड़ी मांगों को लेकर आशा, मिड-डे-मील, आंगनवाड़ी वर्कर्स ने जिला सचिवालय में प्रदर्शन किया था. महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अपने सुरक्षा और अधिकारों को लेकर अपनी गिरफ्तारी दी.
मुख्य मांगों में महिलाओं को जीडीपी की गिनती में शामिल किया जाए, महिलाओं को समान काम समान वेतन दिया जाए, यौन उत्पीड़न निरोधक कानून सख्ती से लागू हो, महिला हिंसा के विरुद्ध सख्त कदम उठाए जाएं और महिलाओं को पुरुषों के समान वेतन भत्ता दिया जाए.
ये भी जानें-बल्लभगढ़ बस स्टैंड पर मिला अज्ञात व्यक्ति का शव, पुलिस ने की जांच शुरू
बृजेश राणा जिला सचिव ने बताया कि पिछले 2 सालों में हमने अपनी मांगों को लेकर कई बार धरने प्रदर्शन किए लेकिन सरकार टस से मस नहीं हुई है. हमारी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि या तो हमारा समाधान किया जाए या फिर हमें जेल में डाला जाए. सरकार इन मुद्दों से भटका कर जीएसटी, नोटबंदी तो कभी सीएए जैसे मुद्दों पर बात करती है.